जानकारी देते राजेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता अपना दल. लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बीते विधानसभा चुनाव में अपना दम खम दिखाने वाली भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टियां आगामी निकाय चुनाव में भी अपने-अपने प्रत्याशी उतार सकती हैं. निषाद पार्टी व अपना दल (एस) प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि अभी सीटों के बंटवारे पर दोनों ही दलों की बीजेपी के साथ सहमति नहीं बन सकी है. निषाद पार्टी व अपना दल (एस) का कहना है कि वह नगर निगमों, पालिकाओं व नगर पंचायतों में अपना जनाधार बढ़ाना चाहते हैं. इसलिए नगर पंचायत अध्यक्ष और नगर पालिका परिषद अध्यक्ष व मेयर के पदों के पर हिस्सेदारी मांगेंगे. खासकर अपना दल (एस) उन इलाकों में दावेदारी ठोकने की तैयारी में हैं. जहां उनके विधायक जीत कर आए हैं.
अपना दल (एस) व निषाद पार्टी के निकाय चुनाव में हिस्सेदारी की मांग ने बीजेपी को कसमकश में डाल दिया है. वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में 12 विधायक जिता कर लाए अपना दल (सोनलेलाल) ने न सिर्फ अपने गढ़ बुंदेलखंड बल्कि मध्य व पूर्वी यूपी में दावेदारी ठोकने की तैयारी कर रही है. वहीं निषाद पार्टी भी पूर्वांचल में निकाय चुनाव मजबूती से लड़ने को विचार कर रही है. हालांकि सूत्रों के मताबिक बीजेपी ने मेयर की 17 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करने का फैसला लिया है. बीजेपी इन 17 सीटों में से एक भी सीट अपने सहयोगियों को देने को तैयार नहीं है.
अपना दल (सोनेलाल) की बात करें तो पहले पंचायत चुनाव व बाद में विधानसभा चुनाव में राज्य की तीसरे नंबर की पार्टी बन कर उभरी तो पार्टी के आलाकमान अब उत्साह से लबालब है. ऐसे में वह चाहते है कि जिन इलाकों में उनके विधायक जीत दर्ज कर आए हैं. कम से कम वहां निकाय चुनाव में उनकी हिस्सेदारी तय हो. पार्टी के अंदरखाने की बात करें तो अपना दल (एस) ने बीजेपी के सामने प्रयागराज, जौनपर, वाराणसी, सोनभद्र, प्रतापगढ़, चित्रकूट व मिर्जापुर में पार्षद, महापौर, सभा सद, नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर दावेदारी ठोंकी है.
अपना दल (एस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक अपना दल ने वर्ष 2022 में दो चुनाव लड़े थे. पहले पंचायत चुनाव में एक जिला पंचायत अध्यक्ष व 70 जिला पंचायत सदस्य बने थे. उसके बाद विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ लड़ा और 12 विधायक जिता कर प्रदेश की तीसरे नंबर की पार्टी बनी. यही नहीं राज्य स्तरीय पार्टी का तमगा भी हासिल हुआ. ऐसे में निकाय चुनाव में भी हमारी पार्टी मजबूती से लड़ेगी. पार्टी के आलाकमान की बीजेपी से बातचीत हो रही है. हमने अपनी सीटों के बारे में उन्हें अवगत करा दिया है. जल्द ही इस पर मुहर भी लग जाएगी.
वहीं संजय निषाद की पार्टी निषाद पार्टी भी 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ मिल कर चुनाव लड़ी थी. इस चुनाव में उसने 6 सीटें जीतीं. यही नहीं पंचायत चुनावों में भी निषाद पार्टी ने पूर्वांचल में अपना दम खम दिखाया था. ऐसे में अपना दल (एस) की ही तरह संजय निषाद ने भी पूर्वांचल की नगर पंचायत अध्यक्षों, पार्षदों व सभासदों की सीट पर दावेदारी ठोंक दी है. हालांकि निषाद पार्टी अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री संजय निषाद विदेश दौरे पर हैं और माना जा रहा है कि उनके वापस आते ही सीटों पर सहमति बन सकती है.
दरअसल, 15 जनवरी के पहले उत्तर प्रदेश में 17 नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद और 545 नगर पंचायतों में चुनाव होने हैं. इन सभी नगरीय निकायों में 13,965 वार्ड हैं. जिनमें पार्षद या सदस्य के पदों पर चुनाव होंगे. जिसमें करीब 4 करोड़ से अधिक मतदाता निकाय चुनावों में मतदान कर शहरों की सरकार बनाएंगे. ऐसे में राज्य के शहरी क्षेत्रों में अपने जनाधार को बढ़ाने और अपनी वोट बैंक को मजबूत करने में हर दल निकाय चुनाव में उतारना चाहता है.
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