लखनऊ: कृषि कानूनों को लेकर एक तरफ जहां देश में किसान आंदोलित हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती के अवसर पर 25 दिसंबर को देशभर के किसानों को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा संगठन मिलकर मेगा इवेंट बनाने में जुट गए हैं.
बीजेपी कार्यकर्ता घर-घर पहुंचाएंगे कृषि मंत्री की चिट्ठी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर पीएम नरेंद्र मोदी किसानों से फिर संवाद करेंगे. इस बार अवध के किसानों के पीएम मोदी नए कृषि कानूनों की खूबियां बताएंगे. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ता, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की चिट्ठी लेकर घर-घर जाएंगे. पीएम मोदी पूरे उत्तर प्रदेश में ढाई हजार किसानों के चौपाल के साथ जुड़ेंगे. बीजेपी पूरे प्रदेश में ढाई हजार से अधिक जगहों पर किसानों से संपर्क का अभियान चलाएगी.
कृषि कानून की बारीकियों को बताएंगे कार्यकर्ता
किसानों और सरकार के बीच चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए भाजपा और सरकार यहीं पर नहीं रुकेगी. 25 दिसंबर के बाद 26 और 27 दिसंबर को पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश भर में हर किसान के पास जाएंगे. भाजपा के कार्यकर्ता केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का लिखा हुआ पत्र किसानों को देंगे. उनसे चर्चा करेंगे. उन्हें यह बताने का प्रयास करेंगे कि केंद्र की मोदी सरकार जो कृषि कानून लेकर आई है वह किसानों के हित में है. उनके खिलाफ नहीं है. किसानों को यह भी बताएंगे कि विपक्ष जानबूझ कर इसका विरोध कर रहा है. विपक्ष नहीं चाहता कि किसानों के हित योगी सरकार इतना बड़ा फैसला करे. भाजपा कार्यकर्ता किसानों को कृषि कानून की बारीकियों और उससे होने वाले फायदे के बारे में भी बताएंगे.
9 करोड़ किसानों के खाते में भेजे जाएंगे 18 हजार करोड़ रुपये
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती देशभर में 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाई जा रही है. इसी दिन प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत विभिन्न राज्यों के नौ करोड़ किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपये पहुंचाए जाएंगे.
ढाई हजार से अधिक स्थानों पर एलईडी लगाकर होंगे कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से किसानों को संबोधित करेंगे. कृषि कानूनों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग की तरफ से ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाने के लिए पार्टी करीब ढाई हजार स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी. इन कार्यक्रमों में स्थानीय स्तर पर किसानों को जुटाया जाएगा. एलईडी लगाकर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का लाइव प्रसारण होगा. कार्यक्रम में स्थानीय विधायक, सांसद और पार्टी के पदाधिकारी भी शामिल रहेंगे.
संगठन और सरकार की हो चुकी बैठक
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सरकार और संगठन के स्तर पर कई चरणों में बैठक की जा चुकी है. यूपी बीजेपी प्रभारी राधामोहन सिंह प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल पार्टी कार्यालय पर बैठक करके प्रदेश पदाधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा किए हैं. इसके अलावा इन सभी नेताओं की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भी बैठक भी हुई है. यूपी बीजेपी प्रभारी राधा मोहन सिंह की पिछले दिनों योगी मंत्रिमंडल के साथ हुई परिचयात्मक बैठक में भी प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर मंत्रियों के साथ चर्चा की गई थी. सरकार के सभी मंत्री 25 दिसंबर को अपने प्रभार वाले जिलों में मौजूद रहेंगे.
'विपक्ष किसानों को भ्रमित कर रहा'
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता डॉक्टर समीर सिंह का कहना है कि "केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार हो या उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार, किसानों को केंद्र में रखकर काम कर रही है. मोदी सरकार में किसानों के हित में जितने फैसले किए गए हैं, उतने अब तक किसी भी सरकार ने नहीं किए हैं. केंद्र की मोदी सरकार कृषि कानून लेकर आई है. वह कानून किसानों के हित में है, लेकिन विपक्ष किसानों को भ्रमित कर रहा है. विपक्ष के इसी दुष्प्रचार को जवाब देने के लिए पार्टी तैयार है. हम किसानों के बीच जाएंगे. उन्हें जागरूक करेंगे."