लखनऊ:बसपा अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में उतर पड़ी हैं. उन्होंने कहा है कि जिन लोगों के खिलाफ योगी सरकार में गलत एफआईआर दर्ज हुई है, उसको वापस लिया जाए. यह कहकर बसपा अध्यक्ष मायावती ने एक तरह से आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार में गलत एफआईआर दर्ज की गई है. मायावती के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है.
मायावती के ट्वीट पर बीजेपी का पलटवार. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती को कम से कम मालूम होना चाहिए कि कौन सा कानून लागू है और कौन सा लागू नहीं है. अभी तक केवल नागरिकता कानून लागू हुआ है. एनआरसी लागू नहीं हुआ है. कम से कम इसमें स्पष्टता उन्हें रखनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश में कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. जिन लोगों ने प्राइवेट प्रॉपर्टी, पब्लिक प्रॉपर्टी को जलाया है. पत्रकारों पर हमले किए हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की गई है. ऐसे लोगों के साथ खड़ी होकर बीएसपी ने अपने असली चेहरे को दिखाया है. उत्तर प्रदेश और देश की जनता देख रही है. जो लोग संविधान के विरुद्ध काम कर रहे हैं. कानून को हाथ में ले रहे हैं. उनके साथ बसपा और मायावती खड़ी हो रही हैं.
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ज्ञात हो कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट करके कहा है कि सीएएसी/एनआरसी के विरोध में संघर्ष करने वाली महिलाओं समेत जिन लोगों के भी खिलाफ यूपी बीजेपी सरकार द्वारा गलत मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्हें तुरंत वापस लिया जाए और इस दौरान जिन की जान गई है. सरकार उनकी भी उचित मदद करें. यह बीएसपी की मांग है.