लखनऊ: उन्नाव दुष्कर्म कांड और रायबरेली हादसे के आरोपों में घिरे बांगरमऊ विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुलदीप सेंगर आखिरकार भाजपा से निष्कासित किए गए. बृहस्पतिवार की देर शाम उत्तर प्रदेश भाजपा मुख्यालय से एक प्रेस नोट जारी किया गया, जिसमें इसकी जानकारी दी गई है.
आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बीजेपी से बाहर. बीदेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दी जानकारी
पत्र में बताया गया है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने लखनऊ में मीडिया को खुद जानकारी दी है. हालांकि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी सेंगर का लगातार बचाव करती दिखाई देती रही है. पार्टी ने पहले उनके निलंबन की बात कही, लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह निलंबन का कोई आदेश नहीं दिखा सके. उन्होंने मीडिया के सवालों पर दावा किया कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष के कार्यकाल में ही उन्हें निलंबित किया गया है.
देर शाम तक निलंबन और निष्कासन को लेकर बनी रही असमंजस की स्थिति
बृहस्पतिवार की दोपहर कानपुर में मीडिया से मुखातिब स्वतंत्र देव सिंह ने उनके निष्कासन की कार्रवाई से इनकार कर दिया और बताया कि उन्हें निलंबित किया गया है. देर शाम तक भाजपा विधायक के निलंबन और निष्कासन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही.
सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बाद पार्टी ने लिया फैसला
दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने भी जब आरोपी विधायक के बारे में कड़ा रुख अपनाया तो भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें और बढ़ गईं. उसे जनता के बीच जवाब देना मुश्किल हो रहा था. सोशल मीडिया पर भी भारतीय जनता पार्टी के बारे में नकारात्मक टिप्पणियां लगातार दर्ज हो रही थीं . इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार आरोपी विधायक से पीछा छुड़ाना ही उचित समझा और देर शाम प्रेस नोट जारी कर विधायक के निष्कासन की औपचारिकता पूरी की गई.