उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

लखनऊ में बीजेपी की बैठक, पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को फ्रंट पर लाकर बीजेपी ने खेला दलित कार्ड - बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर देर शाम बीजेपी के चुनाव प्रभारियों ने लखनऊ में बैठक लेना शुरू की. बैठक में पूर्व राज्यपाल और बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य को फ्रंट लाइन पर लाकर बीजेपी ने दलित कार्ड खेलने की कोशिश की. चुनाव प्रभारियों की मीटिंग में उन्हें मुख्य मंच पर बैठा कर आगामी समय में महत्वपूर्ण भूमिका देने की ओर बीजेपी नेतृत्व ने इशारा कर दिया है.

सीएम योगी.
सीएम योगी.

By

Published : Sep 22, 2021, 8:42 PM IST

Updated : Sep 22, 2021, 9:23 PM IST

लखनऊ:उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर देर शाम बीजेपी के चुनाव प्रभारियों ने बैठक लेना शुरू की. इस बैठक में मंच पर सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व देने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी ने की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलावा महेंद्र नाथ पांडे और स्वतंत्र देव सिंह के अतिरिक्त सुनील बंसल भी मंच पर नजर आए. मगर सबसे खास नाम उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल और नवनियुक्त भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य का रहा. बेबी रानी मौर्य भाजपा का नया दलित चेहरा बन कर सामने उभर रही हैं और चुनाव प्रभारियों की मीटिंग में ही उनको मुख्य मंच पर बैठा कर आगामी समय में बेबी रानी मौर्य की महत्वपूर्ण भूमिका की ओर भाजपा नेतृत्व ने इशारा कर दिया है.

मंच पर नजर आया हर वर्ग का प्रतिनिधित्व

चुनाव प्रभारियों की यह बैठक जब शुरू हुई तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य बड़े नेताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरों पर दीप प्रज्ववलित किया. जिसके बाद बैठक का आगाज हुआ. मंच पर योगी क्षत्रियों का, डॉ. दिनेश शर्मा और महेंद्र नाथ पांडेय ब्राह्मणों का, सुनील बंसल वैश्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आए, मगर दलित वर्ग का सबसे खास नाम रहा बेबी रानी मौर्य का.
अभी यह बैठक देर रात तक जारी रहेगी. जिसमें आगामी चुनाव अभियान और प्रत्याशी चयन पर चर्चा होगी. जिसको लेकर बीजेपी नेता बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को फ्रंट पर लाकर बीजेपी ने खेला दलित कार्ड.

बीजेपी प्रवक्ता आलोक वर्मा ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में चिंतन-मनन की परंपरा है. कमियों-अच्छाइयों को समझने की रवायत है. हमारे नेता, हमारे पथप्रदर्शक जुट रहे हैं. 2017 का रिपोर्ट कार्ड 19 तरीख को योगी जी ने रख दिया है. उसे लेकर हमें जनता के बीच जाना है. जो विरोधी खेमे हैं वो किस तरह जाति-मजहब का तानाबाना बुनकर, प्रदेश को अपराध में झोंकने की साजिश रच रहे हैं, इसकी भी कार्ययोजना बन रही है.

पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को फ्रंट पर लाकर बीजेपी ने खेला दलित कार्ड.

इसे भी पढे़ं-सीएम योगी का अमरोहा दौरा आज, देंगे 433 करोड़ की सौगात

Last Updated : Sep 22, 2021, 9:23 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details