लखनऊ: भाजपा की मीडिया टीम की बैठक आयोजित हुई. इस मीटिंग में लखीमपुर जैसे मसलों को संभालना इसके अलावा 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर अहम जानकारियां दी गई. यह मीटिंग पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर हुई. इसमें मीडिया टीम के सभी सदस्य शामिल हुए. सह चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बैठक को संबोधित किया.
बैठक में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा राष्ट्रीय सह मीडिया प्रमुख संजय मयूख, राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया भी मौजूद रहें. यूपी की मीडिया टीम के सभी प्रवक्ता और मीडिया पैनलिस्ट भी बैठक में शामिल हुए.
बैठक में केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री और उत्तर प्रदेश के सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर ने बुधवार को प्रवक्ताओं को सलाह दी. उन्होंने कहा कि प्रवक्ता ही राजनीतिक पार्टी के ब्रांड एंबेसडर होते हैं. पार्टी की अच्छी बातों को आम लोगों तक पहुंचाने का आज सबसे बड़ा माध्यम प्रवक्ता ही हैं. इसलिए उनका होमवर्क और उनकी रिसर्च मजबूत होनी चाहिए. सरकार की अच्छी नीतियों को नीचे तक पहुंचाने का काम प्रवक्ताओं का है अगर वह अध्ययन और रिसर्च नहीं करेंगे तो बात आम आदमी तक मीडिया के माध्यम से नहीं पहुंचाई जा सकती.
बैठक में अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो बातें राज्य के प्रवक्ताओं को जानना चाहिए, वही बातें जिला और मंडल स्तर तक भी जानी चाहिए. वहां भी मीडिया प्रभारियों की ट्रेनिंग उसी तरह की होनी चाहिए, जैसी राज्य के प्रवक्ताओं की होती है. यह जिम्मेदारी आप सब की है. आप सभी पार्टी के ब्रांड एंबेसडर हैं. आप लोगों को नीचे तक अपनी बात को पहुंचाना है.
खबरों का कीजिए फैक्ट चेक
अनुराग ठाकुर ने यहां प्रवक्ताओं से कहा कि विरोधी जिस भी खबर को फैला रहे हों, उसका फैक्ट चेक किया जाना बहुत जरूरी है. बहुत सारे ऐसे समाचार भी फैल जाते हैं, जिनकी सच्चाई कुछ और होती है. वास्तविकता कुछ और ऐसे में प्रतिक्रिया करने से पहले फैक्ट को जान लेना बहुत जरूरी है. जानने के बाद प्रतिक्रिया करना बहुत आसान होता है. इसलिए किसी भी खबर पर अपनी बात कहने से पहले पूरी जानकारी कर ले और अगर जानकारी न हो तो प्रतिक्रिया देने से बचें.
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गौरतलब है कि लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मीडिया के बीच बातचीत बहुत सीमित कर दी है. प्रवक्ता बहुत कम विषयों पर अपनी बात रख रहे हैं. जबकि बड़े नेताओं ने तो मीडिया से पूरी तरह से किनारा खींच लिया. ऐसे में पार्टी अब नए सिरे से मीडिया के बीच अपना पक्ष रखने के लिए रणनीति बना रही है. जिसको लेकर इस मीटिंग में बात होगी. किस तरह से लखीमपुर हिंसा के बाद भारतीय जनता पार्टी मीडिया के बीच खुलकर जाए और अपनी बात रखे. ताकि विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी के सामने मीडिया की चुनौती का सामना किया जा सके.