लखनऊ : महापौर पद पर भाजपा की लखनऊ से प्रत्याशी सुषमा खरकवाल 2 करोड़ 60 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति की मालिक हैं. उनके पास उत्तराखंड में भी भूमि है. उनके नाम पर देहरादून में और उनके पति के नाम पौड़ी में जमीन है. लखनऊ में पति के नाम पर फ्लैट है. नगदी के तौर पर सुषमा खरकवाल के नाम पर दो लाख रुपये और उनके पति के नाम 50 हजार रुपये हैं. सुषमा खरकवाल ने अपने नामांकन के दौरान संपत्ति की घोषणा की है. जिसमें नगद के अलावा उनके नाम पर बैंकों में जमा धन 26 लाख 68 हजार 356 रुपये हैं. उनके पति के नाम बैंक में चार लाख 42 हजार 785 रुपये जमा हैं. डाकघर में दोनों के नाम एक लाख रुपये जमा है. 245 ग्राम सोना जिसका मूल्य 12 लाख 74 हजार रुपये और दो किलो चांदी है, जिसकी कीमत एक लाख 30 हजार रुपये है. उनके पति के पास 50 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत तीन लाख रुपये है.
सुषमा के लिए भाजपा ने बदला इतिहास
सुषमा खरकवाल को लखनऊ में भाजपा का महापौर पद पर प्रत्याशी घोषित किया गया है. जिसके चलते सालों बाद एक नया रिकार्ड बना है. लखनऊ में 1995 के बाद पहली बार महापौर पद पर भाजपा ने अपना प्रत्याशी को दोहराया नहीं है. पहले डॉ. एससी राय लगातार दो बार मेयर बने और उनके बाद में डॉ. दिनेश शर्मा को लगातार दो बार भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन संयुक्ता भाटिया वर्ष 2017 में उम्मीदवार बनाने के बाद भाजपा ने 2023 में दोबारा अपना प्रत्याशी न बना कर सुषमा खरकवाल को प्रत्याशी बना दिया है. जिससे संयुक्ता भाटिया का सपना बिखर गया. ये बात दीगर है कि न केवल संयुक्ता भाटिया ही नहीं, बल्कि उनकी पुत्रवधु रेशू भाटिया भी टिकट की उम्मीद कर रही थीं. उनके परिवार की आरएसएस में मजबूत पैठ को देखते हुए उम्मीदवारी मजबूत भी मानी जा रही थी, मगर भाजपा संगठन की सोच अलग रही. उन्होंने लंबे समय से पार्टी के लिए संघर्षरत रहने वाली सुषमा खर्कवाल को मौका दिया है।