लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद की शिक्षक और स्नातक कोटे की 11 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए और भगवा फहराने के लिए पार्टी ने पूरी रणनीति तैयार कर ली है. एक तरफ बीजेपी ने प्रत्येक सीट के स्तर पर अधिक से अधिक संख्या में वोटर बनाने का काम पूरा कर लिया है. वहीं पार्टी के बड़े नेताओं को प्रत्येक सीट की जिम्मेदारी सौंप दी है.
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उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की स्नातक व शिक्षक निर्वाचन के होने वाले चुनाव अप्रैल माह में प्रस्तावित हैं. ऐसे में भाजपा ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके लिए पार्टी ने विधान परिषद निर्वाचन के अंतर्गत बनाए गए वोटरों को नागरिकता संशोधन कानून की सच्चाई बताने और विपक्ष की घेराबंदी का भी फैसला किया है.
बड़े नेताओं को सौंपी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां
पार्टी नेतृत्व ने नागरिकता संशोधन कानून के बारे में वोटरों को सच्चाई बताने की जिम्मेदारी नेताओं को दी है. साथ ही 11 विधान परिषद के सीटों पर चुनाव जीतने के लिए बीजेपी नेतृत्व में पार्टी नेताओं, पार्टी विधायकों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों को जिम्मेदारी दी है, जिससे इस चुनाव में पार्टी का परचम फहराया जा सके.
वोटरों से संपर्क कर रहे हैं पार्टी कार्यकर्ता
भाजपा के प्रदेश मंत्री व चुनाव प्रभारी अमरपाल मौर्य ने बताया कि पार्टी ने पहली बार विधान परिषद में स्नातक व शिक्षण निर्वाचन के प्रत्याशी उतारे हैं. हम इस चुनाव को बहुत गंभीरता के साथ लड़ रहे हैं. इसके लिए तमाम पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है. हमने काफी संख्या में प्रत्येक सीट पर 50 से 70 फीसद तक वोटर बना लिए हैं और हम सभी वोटरों के संपर्क में हैं.
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