लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद के शिक्षक व स्नातक कोटे के होने वाले चुनाव अप्रैल महीने में प्रस्तावित है. भारतीय जनता पार्टी पहली बार उत्तर प्रदेश में शिक्षक व स्नातक चुनाव में प्रत्याशी उतारकर जीत दर्ज करना चाहती है. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी यह चुनाव जीतकर बड़ा संदेश देना चाहती है.
प्रदेश कार्यालय पर नेताओं की बैठक
आज राजधानी में भाजपा मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी विधान परिषद के चुनाव की जीत दर्ज करने के लिए रणनीति तैयार करेगी. बीजेपी नेतृत्व की कोशिश है कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले 2020 के अप्रैल महीने में प्रस्तावित इन चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की जाए.
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नेताओं को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने यह तय किया है कि विधान परिषद के शिक्षक स्नातक चुनाव के लिए चुनाव अभियान व चुनाव प्रचार को एक-एक विद्यालय और एक-एक मतदाता तक पहुंचाकर जीत दर्ज की जाय. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है. पार्टी ने विद्यालयों स्तर पर एक-एक विद्यालय का एक-एक प्रभारी भी बनाया है. इसे चुनाव अभियान को ठीक ढंग से आगे बढ़ाया जा सके.
कुछ दिनों पहले बीजेपी नेतृत्व ने इन चुनावों के लिए योगी सरकार के मंत्रियों की भी जिम्मेदारी तय करते हुए निर्वाचन क्षेत्रों का दायित्व सौंपा था. बीजेपी मुख्यालय पर हो रही बैठक में तमाम स्तरों पर चर्चा और आगामी रूपरेखा तय की जाएगी.