लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद के शिक्षक और स्नातक कोटे के होने वाले चुनाव के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. पहली बार शिक्षक और स्नातक एमएलसी चुनाव के लिए भाजपा ने औपचारिक रूप से अपने उम्मीदवार उतारे हैं. इन MLC चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए भाजपा कोई कोरकसर नहीं छोड़ना चाहती है. यही कारण है कि भाजपा के नेतृत्व प्रदेश संगठन से लेकर प्रदेश सरकार तक की जिम्मेदारी तय कर दी गई है.
भाजपा नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश में होने वाले एमएलसी चुनाव के लिए प्रदेश संगठन के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला और प्रदेश मंत्री अमरपाल मौर्य को इन चुनावों में समन्वय और चुनावी रणनीति अंजाम देने की जिम्मेदारी दी है. यह एमएलसी चुनाव पूरी तरह से प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के निर्देशन व नेतृत्व में संपन्न कराए जाएंगे. इसके अलावा खास बात यह भी है कि प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के पास शिक्षा विभाग होने के नाते उन्हें एमएलसी चुनाव के लिए कोआर्डिनेशन की जिम्मेदारी दी गई है.
निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई
इसके साथ सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रियों को अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी भी दी गई है. इन सभी लोगों को प्रदेश सरकार और प्रदेश संगठन के स्तर पर समन्वय स्थापित करते हुए चुनाव प्रचार अभियान, मतदाताओं से संपर्क और संवाद करते हुए चुनाव में फतह करने की जिम्मेदारी दी गई है.
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MLC चुनाव भाजपा के लिए चुनौती