हैदराबादः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा ने 194 उम्मीदवारों की लिस्ट अबतक जारी कर दी है. 100 और उम्मीदवारों की लिस्ट जल्द ही आने वाली है. अभी तक जारी हुई लिस्ट में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत बीजेपी ने कई दिग्गजों पर दांव लगाया है. ये दिग्गज जहां से लड़ेंगे वे सीटें वीआईपी हैं. चलिए जानते हैं बीजेपी ने कौन से दिग्गज पर कौन सी सीट पर दांव लगाया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से
पहले सीएम योगी के मथुरा या फिर अयोध्या से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे. फिर पार्टी हाईकमान ने उन्हें गोरखपुर से ही चुनाव लड़ने का टिकट दे दिया. योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लोकसभा सीट से पहली बार बीजेपी उम्मीदवार के रूप में 1998 में लोकसभा चुनाव लड़ा था. तब वह 26 हजार वोटों से जीते थे और सबसे कम उम्र के सांसद बने थे. तब से वे लगातार लोकसभा चुनाव जीतते रहे. 2017 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो उन्होंने लोकसभा सीट से इस्तीफा देकर विधानसभा परिषद की सदस्यता ले ली. गोरखपुर में वह पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इस सीट से आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद भी उतरने जा रहे हैं. ऐसे में देखना रोचक होगा कि सीएम योगी क्लीन स्वीप मारेंगे या फिर उन्हें विरोधियों से कड़ी टक्कर मिलेगी. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा को 1,22,221, कांग्रेस-सपा (गठबंधन) को 61,491, बसपा को 24,297 व पीस पार्टी को 2,252 वोट मिले थे.
सिराथू से फिर लड़ेंगे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्या ने 2002 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2007 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद पश्चिमी सीट से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर मैदान में थे, इस बार उन्हें बसपा की पूजा पाल से हार का सामना करना पड़ा. 2012 में उन्हें सिराथू विधानसभा से जीत मिली. उन्हें 57,926 वोट मिले. दूसरे नंबर पर बसपा के आनंद मोहन को 48,063 वोट मिले. 2014 में उन्होंने फूलपुर लोकसभा चुनाव से चुनाव लड़ा और सांसद हो गए. उन्हें 5,03,564 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर सपा के धर्मराज सिंह पटेल को 1,95,256 वोट मिले थे. 2016 में वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए. 2017 में बीजेपी को बंपर जीत मिली. केशव प्रसाद मौर्य उपमुख्यमंत्री बने. 18 सितंबर 2017 को केशव प्रसाद मौर्य विधान परिषद के सदस्य मनोनीत किए गए. केशव मौर्य अब फिर से सिराथू सीट से ताल ठोकने जा रहे हैं.
गन्ना मंत्री सुरेश राणा थानाभवन से
गन्ना मंत्री सुरेश राणा शामली के थानाभवन विधानसभा से ताल ठोकने जा रहे हैं. 2017 के चुनाव में उन्हें इस सीट से 90995, बसपा के राव बारिस को 74178, सपा के सुधीर पवार को 13340 वोट मिले थे जबकि रालोद के जावेद राव को 31275 वोट मिले थे. सुरेश राणा 2012 और 2017 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं.
मथुरा से ऊर्जा मंत्री श्रीकांत मिश्रा
2017 में बीजेपी के टिकट पर मथुरा में पहली बार चुनाव लड़ने उतरे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत मिश्रा को को 1 लाख 43 हजार 361 वोट मिले थे. दूसरे स्थान पर रहे प्रदीप माथुर को 42 हजार 200 वोट मिले थे. बसपा के योगेश द्विवेदी 31 हजार 168 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे. एबीवीपी और भाजयुमो से जुड़ाव रखने वाले श्रीकांत मिश्रा को कुशल मीडिया प्रबंधन के लिए जाना जाता है. पार्टी उन्हें पिछले बार मीडिया प्रबंधन की जिम्मेदारी भी दे चुकी है.
मंत्री सुरेश खन्ना शाहजहांपुर सीट से
शाहजहांपुर सीट से बीजेपी के सुरेश खन्ना ने लगातार 8 वीं बार जीत दर्ज की है. 2017 के चुनाव में सुरेश कुमार खन्ना को 1 लाख 7 हजार 34 वोट मिले थे जबकि सपा के तनवीर खान को 81531 वोट मिले थे. इस बार यदि वह नौवीं जीत दर्ज करते हैं तो 33 साल में लगातार नौ जीत का यह अपने आप में अनूठा रिकार्ड होगा. वह 1989 से लगातार कोई चुनाव नहीं हारे हैं.
आगरा कैंट से मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश
मंत्री डॉ. गिर्राज सिंह धर्मेश (dr GS Dharmesh) पेशे से चिकित्सक हैं. वे आगरा कैंट से चुनाव लड़ेंगे. डॉ. जीएस धर्मेश 2012 में विधानसभा चुनाव में करीब 5400 वोटों से हार गए थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें फिर से टिकट दिया। इस बार उन्होंने 45,000 मतों से शानदार जीत दर्ज की.
आगरा ग्रामीण से पूर्व गर्वनर डॉ. बेबी रानी मौर्य
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य 2007 में एत्मादपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ीं थी तब वह हार गई थीं. इस बार वह आगरा ग्रामीण से चुनाव लड़ने जा रही हैं. उनके चुनाव लड़ने से यह सीट भी वीआईपी हो गई है.