चंडीगढ़: लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर लगातार घर जाने की मांग कर रहे थे, जिसके बाद अब गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद प्रदेश सरकारों ने अपने राज्य के प्रवासी मजदूरों को वापस लाना शुरू कर दिया है. चंडीगढ़ प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों को लेकर पोर्टल https://t.co/atQpEx79tc पर अब ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं, जिसके बाद चंडीगढ़ में फंसे सैंकड़ों प्रवासी मजदूरों के मन में घर वापस जाने की उम्मीद दोबारा जग गई है.
चंडीगढ़ के सेक्टर-17 पर इस वक्त ऐसे 100 से 120 प्रवासी मजदूर हैं, जो लॉकडाउन के बाद से यहां फंसे हैं. ये प्रवासी मजदूर ज्यादातर बिहार और यूपी के रहने वाले हैं. करीब 50 प्रवासी मजदूर बिहार के भागलपुर खगड़िया, मुंगेर, मधेपुरा बांका जिले के रहने वाले हैं. वहीं 60 के करीब प्रवासी मजदूर यूपी के बलरामपुर, बस्ती जिले के रहने वाले हैं.
ईटीवी भारत की टीम प्रवासी मजदूरों की बीच पहुंची और जाना कि आखिर वो सेक्टर-17 में कैसे रह रहे हैं. ज्यादातर प्रवासी मजदूर रिक्शा चलाने वाले, शोरूम में काम करने वाले थे. जो लॉकडाउन के बाद काम ठप होने के बाद यहीं फंस गए. एक प्रवासी मजदूर ने रोते हुए बताया कि वो यूपी का रहने वाला है. यहां वो भूखा मर रहा है और घर पर उसके बच्चे. वो भावुक होकर सिर्फ इतना ही कह सका कि वो घर जाना चाहता है. वो अपने घर में नमक रोटी खाकर भी रह लेगा.
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