लखनऊ: प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में अजीबो-गरीब बयान दिया है. भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि जिस तरह से कारसेवक होते हैं, वैसे ही हजसेवक भी होते हैं. हालांकि इस बयान के बाद हंसकर टालने की कोशिश की लेकिन पास में बैठे उनके विभाग के राज्यमंत्री दानिश आजाद जरूर सकते में आ गए. इसके बाद धर्मपाल सिंह ने अपने विभाग की 100 दिन की उपलब्धियां गिनाईं.
कारसेवक की तरह ही हजसेवक होते हैं: धर्मपाल सिंह
प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने एक अजीबो-गरीब बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कारसेवक की तरह हजसेवक भी होते हैं.
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लोक भवन में अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में धर्मपाल सिंह ने बताया कि अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था हो गई है. ई-लर्निंग एप की सुविधा दी है. एनसीआरटी का पाठ्यक्रम जारी हुआ. आधुनिकता और राष्ट्रीयता से जोड़ते हुए हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान और महापुरुषों की जीवनी भी पढ़ाई जा रही है. हज यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 50 हजसेवक भेजा गया है. जब उनसे पूछा गया कि हजसेवक क्या होता है कि तो उन्होंने कहा कि जैसे कारसेवक हैं, वैसे ही हजसेवक होते हैं. उनके इस बयान के बाद पूरी 10 वार्ता में सनसनी फैल गई. बाद में उन्होंने बात को संभालने की कोशिश जरूर की लेकिन तब तक देर हो गई थी. इसके अलावा धर्मपाल सिंह ने बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मदरसा बोर्ड लगातार बेहतरीन काम कर रहा है. वह चाहते हैं कि अल्पसंख्यक विभाग के जरिए युवाओं को राष्ट्रीयता से जोड़ा जाए और उनके एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में लैपटॉप हो.