गोरखपुर: बगिया माता मंदिर ( Bagiya Mata temple gorakhpur) में श्रद्धालु आस्था और मन्नतों का घंटा बांधकर परिवार, समाज और दुनिया की खुशहाली मांगते हैं. ऐसी मान्यता है कि माता बगिया अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं. वैसे तो हर दिन यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है. लेकिन, नवरात्रि के अवसर पर यहां भक्तों का तांता लग जाता है. मान्यता है कि नवरात्र पर मां बगिया देवी की पूजा-अर्चना के बाद घंटा बांधकर मन्नत मांगने पर हर मनोकामना पूरी होती है.
गोरखपुर शहर के दक्षिणी छोर पर रुस्तमपुर लहसड़ी महेवा बंधे पर मां बगिया देवी का मंदिर स्थित है. बरसों पुराने इस मंदिर पर पूरे वर्षभर भक्तों की भीड़ जुटती है. बगिया माता के मंदिर में शारदीय नवरात्रि पर भी नौ दिनों तक श्रद्धालु मन्नतें मांगने के लिए आते हैं. यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की मां सभी मनोकामना पूरी करती हैं. यहां पर नवरात्र में भक्तजन घंटा बांधकर मन्नतें मांगते हैं. मन्नत पूरी होने पर यहां फिर आकर मां के दरबार में शीश नवाते हैं.
यह मंदिर देखने में भले ही छोटा है, लेकिन इसका प्रभाव लोगों पर बहुत बड़ा है. यही वजह है कि लोग यहां दर्शन पूजन के लिए आते रहते हैं. घंटा बाधना तो यहां की श्रद्धा का विषय है. माता के मंदिर से लेकर बाहरी का स्थान पर घंटा बांधने का दिव्य रूप दिखाई देता है. श्रद्धालु जन हवन पूजन, दीप प्रज्वलन तो करते ही करते हैं. लेकिन, बिना घंटा बांधे वह यहां से नहीं जाते. क्योंकि उन्हें अपनी मुरादों के पूरी होने का बगिया माता पर पूरा भरोसा रहता है.
मंदिर के बारे में जानकारी देते भक्त और पुजारी यही वजह है कि वह घंटा तो बाधते ही हैं, इसके साथ ही नारियल फूल बाकी चीजें भी पूरी श्रद्धा के साथ मां के चरणों में समर्पित करते हैं. इस मंदिर पर भक्तों की बेहद खास भीड़ होती है. लेकिन नवरात्रि में तो मां आदिशक्ति के 9 रूपों के दर्शन के लिए यहां रात से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगने लगती है. इस बार भी नवरात्रि में मां के दर्शन के लिए यहां खास इंतजाम किए गए हैं. भोर से ही भक्तों की लंबी कतारें लग रर्ही हैं.
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