लखनऊ: अवध की राजमाता 1857 की पहली जंगे आजादी की हीरो बेगम हजरत महल की यौम-ए-शहादत पर बुधवार को उन्हें याद किया गया. इस मौके पर भाषा विश्वविद्यालय का नाम बेगम हजरत महल के नाम पर रखे जाने की मांग भी उठाई गई.
बेगम हजरत महल मेमोरियल सोसायटी की ओर से बेगम हजरत महल पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रिसालदार पार्क स्थित बुद्ध विहार के विहाराध्यक्ष भन्ते ज्ञानालोक रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज लोगों को बेगम हजरत महल की आजादी की लड़ाई में दी गई कुर्बानियों की जानकारी नहीं है. उनकी सरकार से मांग है कि स्वतंत्रता संग्राम में बेगम द्वारा दी गई कुर्बानियों पर आधारित लेख पत्थरों में लिखवा कर पार्क में लगवाया जाए, जिससे बेगम की कुर्बानियों से देशवासी अवगत हो सकें.