लखनऊ: राजधानी में कोरोना के प्रकोप में थोड़ी कमी आई है. इस कमी के चलते अस्पतालों में बेड की किल्लत खत्म हो गई है. रविवार को राजधानी के अस्पतालों में 3,672 बेड खाली रहे. हालांकि इनमें से कुछ बेड ऑक्सीजन की कमी के चलते, तो कुछ संसाधन कम होने के कारण खाली हो रहे हैं. लेकिन, अब लगभग सभी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं.
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सरकारी अस्पतालों में खत्म हुई बेड की किल्लत
राजधानी के न केवल निजी अस्पतालों में बल्कि सरकारी अस्पतालों में भी पर्याप्त बेड खाली हैं. इनमें वेंटीलेटर वाले भी हैं और ऑक्सीजन वाले भी. तीनों कैटेगरी के अस्पतालों में बेड की पर्याप्त उपलब्धता है. अटल बिहारी वाजपेयी कोविड हॉस्पिटल में 87 बेड खाली हैं, तो डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 114, इंट्रीगल मेडिकल कॉलेज में 283 बिस्तर खाली हैं. बलरामपुर अस्पताल में आधे से अधिक यानी 200 बेड रिक्त हैं. नार्दन रेलवे के अस्पताल में भी आधे से अधिक 78 बेड खाली हैं. संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भी सभी कैटेगरी में 87 बेड, राम सागर मिश्रा अस्पताल में 89, कैरियर मेडिकल कॉलेज में 116 बेड अभी उपलब्ध हैं. इसके अलावा टीएसएम मेडिकल कॉलेज में 214, लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में 138, हेरिटेज हॉस्पिटल में 47, प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में 217, एरा मेडिकल कॉलेज में 256, कैंसर इंस्टीट्यूट में 7, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 257, यूपी कोविड हॉस्पिटल में 48 तथा टीएस एम मेडिकल कॉलेज में 214 बेड रिक्त हैं.
निजी अस्पतालों में भी बेड खाली
अधिकांश निजी अस्पताल के बेड कोविड मरीजों के लिए खाली हैं. अपेक्स हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में 17, सीएनएस हॉस्पिटल में 30, एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल में 14, साईं हॉस्पिटल में 16, टेंडर पाम हॉस्पिटल में 11, जीसीआरजी मेमोरियल हॉस्पिटल में 28 ,फहमिना हॉस्पिटल में 10, वागा हॉस्पिटल में 10, एसएचएम हॉस्पिटल में 10, आस्था हॉस्पिटल में चार, चंदन हॉस्पिटल में 6, मेदांता हॉस्पिटल में 7, राधा कृष्ण हॉस्पिटल में 18, राम सागर मिश्रा हॉस्पिटल में 57, ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में 138, श्री साईं लाइफ हॉस्पिटल में 11, अथर्व हॉस्पिटल में 40, संजीवनी हॉस्पिटल में 19, मां चंद्रिका देवी हॉस्पिटल में 5, वात्सल्य मेडिकल सेंटर में 7, लखनऊ मेट्रो हॉस्पिटल में 27, निशात मेडिकल हॉस्पिटल में 3, डॉक्टर ओपी चौधरी हॉस्पिटल में 54, अल्टिस हॉस्पिटल में 27, किंग हॉस्पिटल में 20, रॉकलैंड अस्पताल में 24, बाबा अस्पताल में 22, अपराजिता हॉस्पिटल में 18, कामाख्या हॉस्पिटल में 34, चरक हॉस्पिटल में 6, आरएसडी समर्पण हॉस्पिटल में 8, चरक हॉस्पिटल में 7, जगरानी हॉस्पिटल में 11, अवतार हॉस्पिटल में 15, सिरसा हॉस्पिटल में 23, शताब्दी हॉस्पिटल में 34, विद्या हॉस्पिटल में 64, सन हॉस्पिटल में 39, लखनऊ हॉस्पिटल में 7, न्यू मेडिकल सेंटर में 17, शिवा हॉस्पिटल में 22, मेक वेल हॉस्पिटल में 21, उर्मिला हॉस्पिटल में 21, आरआर सिन्हा हॉस्पिटल में 318, सुषमा हॉस्पिटल में 10, राजधानी हॉस्पिटल में 10, विवेकानंद पॉलीक्लिनिक में 47, कोवा हास्पिटल में 22, मेडिकल केयर सेंटर में 15, एवन हास्पिटल में 23, विनायक ट्रामा सेंटर में 26 और जेपी हॉस्पिटल में 26 बेड खाली हैं.
इन अस्पतालों में खाली नहीं है कोई बेड
राजधानी के कुछ निजी अस्पतालों में शुक्रवार को भी एक भी बेड खाली नहीं रहा. इनमें अपोलो मेडिक्स हॉस्पिटल, सहारा अस्पताल, नोवा अस्पताल और मिडलैंड हेल्थकेयर शामिल है. इनमें किसी भी कैटेगरी में कोई बेड रिक्त नहीं है.