लखनऊ : 'आज टेक्नोलॉजी का जमाना है, इसके माध्यम से पारदर्शी ढंग से शैक्षिक समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. परिषदीय विद्यालयों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव इस्तेमाल कर बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने का प्रयास विभाग द्वारा किया जा रहा है. बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अपने हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के लिए कई तरह के प्रयास हो रहे हैं. प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार है. इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चों को शिक्षित बनाया जा रहा है.' यह बात प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने राजधानी के एक होटल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पारिस्थितिकी की सहायता से निपुण यूपी की दिशा विषय पर आयोजित वर्कशॉप में कही.
शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बेहतर प्रयोग : संदीप सिंह
राजधानी में मंगलवार को एक होटल में कार्यशाला आयोजित की गई. इस मौके पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद समेत तमाम लोग मौजूद रहे.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 'प्रदेश को निपुण प्रदेश बनाने के लिए बेहतर ढंग से विभाग सभी योजनाओं को क्रियान्वित कर रहा है. उन्होंने कहा कि निपुण प्रदेश बनाने के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा सहयोग भी प्रदान किया जा रहा है. इसके अलावा टेक्नोलॉजी के माध्यम से सभी बच्चों के अभिभावकों को यूनिफॉर्म, जूता, मोजा, स्टेशनरी खरीदने के लिए 1200 रुपए उनके बैंक खातों में डायरेक्ट भेजे जा रहे हैं.'
इस अवसर पर फाउंडेशन के अध्यक्ष नंदन नील केनी ने कहा कि 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज की जरूरत है. निपुण भारत योजना बुनियादी साक्षरता और निपुणता के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है. इससे बच्चों के लिए वास्तविक रूप से प्रभावी शिक्षण प्लेटफार्म का सृजन हो सकता है.