लखनऊ :बेसिक शिक्षा विभाग में 28 जिलों में फर्जी तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में विभाग की ओर से एसटीएफ की मदद नहीं की जा रही है. इस वजह से एसटीएफ की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है. एसटीएफ ने डीजी स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना, निदेशक समग्र शिक्षा को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र लिख कर डीजी से सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश देने को कहा है.
STF को शिक्षा विभाग नहीं दे रहा शिक्षकों के दस्तावेज, नियुक्ति में फर्जीवाड़े की हो रही है जांच
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की गई शिक्षकों की नियुक्ति में खूब धांधली की गई है. अब शिक्षा विभाग मामले की जांच जुटी एसटीएफ को शिक्षकों के दस्तावेज देने में भी आनाकानी कर रहा है. ऐसे में एसटीएफ की ओर से डीजी स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना, निदेशक समग्र शिक्षा को पत्र लिखकर दस्तावेज उपलब्ध कराने की बात कही है.
जानकारी के मुताबिक बेसिक शिक्षा में शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े की जांच करने के लिए 28 जिलों में नियुक्त 235 शिक्षकों के शैक्षणिक योग्यता और नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज तलब किए थे. बावजूद इसके कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने कुछ अधूरे दस्तावेज देकर अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने से किनारा काट लिया. ऐसे में फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसटीएफ को शक है कि दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है. यही वजह है कि एसटीएफ के एडीशनल एसपी सत्यसेन यादव ने डीजी स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना, निदेशक समग्र शिक्षा को पत्र लिख अनुरोध किया है कि वह सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दें कि वे सभी दस्तावेज उपलब्ध कराएं.
दरअसल, बेसिक शिक्षा में शिक्षकों की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की जांच 2017 से यूपी एसटीएफ कर रही है। इस मामले में अब तक 37 फर्जी शिक्षकों को जेल भेजा गया है. 105 फर्जी शिक्षकों को चिह्नित कर संबंधित बीएसए के माध्यम से कानूनी कार्रवाई की गई है. वर्ष 2017 से अब तक एसटीएफ ने अपनी गोपनीय जांच के आधार पर कुल 149 मामलों में 318 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई की है. एसटीएफ को जांच में पता चला है कि राज्य में करीब 50 हजार फर्जी शिक्षक कार्य कर रहे हैं.