लखनऊ:राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में तमाम सेवाओं और व्यवस्थाओं के दिये जाने के दावे किए जाते हैं. बलरामपुर अस्पताल में सोमवार होने की वजह से ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी हुई थी. ओपीडी में मरीजों के बैठने वाली कुर्सियां बहुत ही बुरे और खस्ताहाल में थी. जिसकी वजह से मरीज जमीन पर बैठे दिखाई दिए.
लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल की बुरी हालत है.
सरकारी अस्पताल के खस्ता हाल...
- राजधानी लखनऊ के सरकारी अस्पतालों द्वारा तमाम सेवाओं और व्यवस्थाओं के दावे किए जाते हैं. दावे कितने जमीन पर हैं यह बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी देख कर जाना जा सकता है.
- बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी की यह दशा देखकर यह साफ हो जाता है कि सरकारी सेवाएं जमीन पर लोगों के लिए कितना खरा उतर रही हैं.
- सुबह से ही मरीज यहां पर अपने इलाज के लिए राजधानी के कोने-कोने से आते हैं.
- मरीजों को उम्मीद रहती है कि यहां पर डॉक्टर उन्हें बेहतर इलाज देंगे.
- मरीजों को यहां पर बेहतर इलाज मिलने से पहले जर्जर व्यवस्थाओं से होकर गुजरना पड़ता है.
- अस्पताल पहुंचते ही यहां पर लंबी कतारें लगी रहती हैं. जिसमें उन्हें डॉक्टर से मिलने से पहले लंबा इंतजार करना पड़ता है.
- अस्पताल प्रशासन द्वारा ओपीडी में कुर्सियां तो रखी हैं लेकिन ये कुर्सियां बिल्कुल भी बैठने लायक नहीं हैं.
- अस्पताल प्रशासन के दावों की तरह एक तरफ मरीज बिना कुर्सी के सुबह से खड़े हुए थे तो कहीं जमीन पर बैठे हुए मिले.