लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों के साथ रविवार को मैराथन बैठक की. इस दौरान मायावती ने निकाय चुनाव को लेकर पदाधिकारियों को गुरु मंत्र दिया. साथ ही बताया कि वार्ड पार्षद से लेकर मेयर तक का प्रत्याशी कैसा होगा. इसके अलावा माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के प्रयागराज से मेयर पद के टिकट पर अभी कोई फैसला मायावती ने नहीं लिया है. माना जा रहा है कि इसमें अभी समय लगेगा.
बता दें कि जनवरी 2023 में ही शाइस्ता ने बसपा को ज्वाइन किया है. तब शाइस्ता को प्रयागराज के मेयर प्रत्याशी के रूप में पेश किया गया था. लेकिन, उसके बाद प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई. इस मामले में शाइस्ता पर भी इनाम घोषित कर दिया गया है. ऐसे में माना जा रहा था कि रविवार की बैठक में मायावती शाइस्ता के टिकट पर अंतिम निर्णय ले सकती हैं. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ.
बैठक में मायावती ने पदाधिकारियों से कहा कि पूरी तरह से निकाय चुनाव पर फोकस करें. निकाय चुनाव हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. जनता के बीच जाएं. बसपा सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में जनता को अवगत कराएं, जिससे निकाय चुनाव में जनता मजबूती के साथ बसपा से जुड़े और प्रत्याशियों को जीत मिल सके. करीब दो घंटे तक चली बसपा सुप्रीमो की बैठक में जिलाध्यक्षों ने अब तक निकाय चुनाव को लेकर की गई तैयारियों के बारे में भी अवगत कराया.
बैठक में मायावती ने गांव चलो अभियान की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि गांव चलो अभियान को थोड़े दिन तक स्थगित रखा जाए और छोटी-छोटी मीटिंग कर लोगों को समझाया जाए. अभी तक पार्टी के नेताओं ने कितने नए सदस्य पार्टी के साथ जोड़े हैं, इसे लेकर भी पदाधिकारियों से फीडबैक लिया गया. उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि ऐसे प्रत्याशियों को निकाय चुनाव में उतारें जो जनता से जुड़े हों और जीत के काबिल हों. मायावती की मीटिंग में हिस्सा लेकर बाहर निकले पदाधिकारियों ने बताया कि बसपा सुप्रीमो ने साफ तौर पर निर्देश दिए हैं कि ज्यादा से ज्यादा पार्षद और मेयर बहुजन समाज पार्टी के बनें इसके लिए सर्वसमाज के बीच जाएं.
बसपा के पक्ष में आएगा निकाय चुनाव का परिणामःबहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि अखिलेश यादव अब बाबा साहेब की मूर्ति लगवा रहे हैं, लेकिन इससे उनको कोई भी फायदा मिलने वाला नहीं है. वह दिखावा कर रहे हैं. निकाय चुनाव में इसका उन्हें कोई फायदा मिलने वाला नहीं है. भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी एक ही हैं. भारतीय जनता पार्टी पसमांदा मुस्लिमों को अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास कर रही है, लेकिन मुसलमान सजग है और वह बहन जी के साथ खड़ा है. निकाय चुनाव के परिणाम बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में आएंगे.
भव्य तरीके से मनाया जाएगा डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्मदिनःपदाधिकारियों ने बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने निर्देश दिया है कि 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्मदिन होता है. इस बार चार मंडलों को छोड़कर नगर पालिका स्तर पर भव्य तरीके से उनका जन्मदिन मनाया जाए. विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए, जिससे जनता से सीधे तौर पर जुड़ाव हो सके. मायावती ने साफ तौर पर कहा है कि प्रत्याशियों का चयन सोच समझकर किया जाए. ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतारें जो जीत हासिल कर सकें.
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