लखनऊःप्रदेश सरकार द्वारा संचालित एम्बुलेंस सेवाएं गर्भवती महिलाओं व नवजात बच्चों के लिए लगातार जीवनदायी साबित हो रहीं हैं. पिछले एक हफ्ते में राजधानी की 108 एम्बुलेंसों में तीन व 102 की एक एम्बुलेंस में बच्चों का जन्म हुआ है. दो बच्चों का जन्म शुक्रवार को अलग-अलग एम्बुलेंसों में हुआ जबकि दो अन्य एम्बुलेंसों में भी इसी हफ्ते दो महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया.
परिजनों ने एम्बुलेंस कर्मचारियों की कुशलता और सरकार की चलाई जा रही एम्बुलेंस सेवाओं की सराहना की.
शुक्रवार को बीकेटी क्षेत्र के तरहिया गांव में रहने वाली गांव में रहने वालीं रिंकी (25 ) के परिजनों ने 108 नम्बर पर फोन करके एम्बुलेंस की मांग की थी जिसके बाद एम्बुलेंस कर्मी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) अभिषेक शुक्ल और पायलट सिकन्दर कुमार कुछ ही देर में एंबुलेंस लेकर रिंकी के घर पहुंचे. एंबुलेंस रिंकी व परिजनों को लेकर से अस्पताल की ओर रवाना हो गई. बीच रास्ते में ही जच्चा को प्रसव पीड़ा बढ़ गई.
ऐसे में ईएमटी कर्मीने एंबुलेंस को रास्ते में रोककर महिला का सुरक्षित प्रसव कराया. इसके बाद जच्चा-बच्चा को सीएचसी बीकेटी में भर्ती करा दिया गया जहां डॉक्टर ने उनकी जांच दोनों को स्वस्थ बताया.
इसके अलावा शुक्रवार को ही आम्रपाली दुबग्गा निवासी निरमा (30) पत्नी राजेश ने परिजनों ने लेबर पेन शुरू होने पर 102 सेवा में फोन करके एंबुलेंस की मांग की थी, जिसके बाद एंबुलेंस कर्मचारी ईएमटी धर्मवीर सिंह यादव और पायलट धीरेन्द्र सिंह कुछ ही देर में 102 सेवा की एंबुलेंस लेकर पहुंच गए.
धर्मवीर ने बताया कि मरीज को वीरांगना अवंतीबाई ले जाना था लेकिन रास्ते में ही दर्द बढ़ने से एंबुलेंस रोककर रास्ते में ही डिलीवरी करानी पड़ी. इसके बाद जच्चा -बच्चा दोनों को वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. यहां जच्चा बच्चा दोनों को स्वस्थ बताया गया.