लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के यूआईईटी विभाग के बीटेक प्रथम सेमेस्टर के छात्रों पर बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है. छात्र संगठनों ने कुलानुशासक को ज्ञापन दिया और छात्रों को निष्कासित करने की मांग की. आरोपी छात्रों पर कार्रवाई न होने और कुलानुशासक की उदासीनता के कारण छात्र गुटों में विवाद हो गया. दलित छात्र गुटों ने विश्वविद्यालय परिसर में परीक्षा में मारपीट करने और छात्राओं के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाते प्रॉक्टर से इस पूरे मामले पर कार्रवाई करने की मांग की. डायरेक्टर की तरफ से संतोषजनक जवाब न मिलने के विरोध में सभी छात्र अंबेडकर भवन के बाहर प्रदर्शन पर बैठ गए. बीबीएयू के कुलानुशासक कार्यालय के बाहर देर शाम तक छात्र संगठन आरोपी छात्रों के निष्कासन की मांग को लेकर अड़े रहे.
व्हाट्सअप ग्रुप में की आपत्तिजनक टिप्पणी : बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में आए दिन बाहरी छात्रों और परिसर में छात्रों के बीच विवाद के मामले सामने आ रहे हैं. मंगलवार की शाम को भी ऐसे ही एक मामले को लेकर विश्वविद्यालय के दो छात्र गुट एक दूसरे के सामने आ गए. इसके बाद परिसर में अराजकता का माहौल फैल गया. विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि मंगलवार को यूआईईटी विभाग के छात्रों ने एक व्हाट्सअप ग्रुप में बाबासाहब डॉ. अम्बेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. डॉ. अम्बेडकर पर टिप्पणी के बाद विवि के छात्र संगठनों ने संज्ञान लेते हुए कुलानुशासक संजय कुमार को एक लिखित ज्ञापन दिया और छात्रों पर कार्रवाई करने की मांग की.
छात्र नेता बोले :छात्र नेता गौरव वर्मा ने कहा कि विवि परिसर के अंदर नियमित रूप से धार्मिक गतिविधियों को कराने के मामलों में विवि प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है, वहीं छात्र चित्रांशु भास्कर ने कहा कि विवि में दिन-प्रतिदिन धार्मिक मुद्दों को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है, लेकिन विवि प्रशासन बातों को नजर अंदाज करते हुए, कार्यक्रम करने की अनुमति देता है. छात्र नेता गौरव वर्मा ने बताया कि पूरा मामला डॉ. अंबेडकर पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर है. आरोप है कि व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ छात्रों ने डॉ आंबेडकर पर अभद्र टिप्पणी की जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर बेइज्जत किया. छात्र नेता ने बताया कि इसके विरोध में एक छात्रा ने इसकी शिकायत प्रॉक्टर से की थी. पीड़ित छात्रा ने प्रॉक्टर से शिकायत में अपने साथ लगातार इस तरह की घटनाएं होने और आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.