लखनऊ:बसपा प्रमुख मायावती ने अयोध्या जमीन खरीद मामले में बयान दिया है. जहां उन्होंने जमीन खरीद मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करने की मांग की है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में जुटी बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को राजधानी लखनऊ में पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
यूपी विधानसभा का चुनाव 2022 में होना हैं. ऐसे में बसपा प्रमुख मायावती भी सक्रिय हो गई हैं. उन्होंने 9 अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में बड़ी रैली कर चुनावी शंखनाद फूंका था. लखनऊ में जुटी भारी भीड़ ने विपक्षी पार्टियों को चिंतन में डाल दिया. वहीं अब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा सुरक्षित सीटों पर मंडलवार जनसभाएं कर रहे हैं. उधर, बसपा अध्यक्ष मायावती हर सीट पर बूथ लेवल तक की रिपोर्ट तलब कर संगठन का ढांचा दुरुस्त कर रही हैं. गुरुवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर पदाधिकारियों संग बैठक की. इसमें 18 मंडलों के कॉर्डिनेटर, 75 जिलों के अध्यक्षों की क्लास ली. जिसमें सभी 403 विधानसभा सीटों की समीक्षा की गई.
मायावती ने कहा कि अगले वर्ष की शुरुआती माह में चुनाव होने वाले हैं. इस दौरान पदाधिकारियों को बूथ लेवल तक सभी तैयारियां पुख्ता करने के लिए सप्ताह भर का वक्त दिया है. जिसमें हीलाहवाली करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी.
'मतदाता कार्ड को आधार से जोड़ने पर चर्चा की कमी'
मायावती ने कहा कि मतदाता कार्ड को आधार से जोड़ने का मामला गंभीर है. ऐसे में केंद्र सरकार को इस पर सदन में विस्तृत चर्चा करनी चाहिए. जल्दबाजी में बिल पास कराना उचित नहीं है.
'चुनावी हार की घबराहट में भाजपा-सपा'
मायावती ने कहा की भाजपा और सपा दोनों 300 से 400 सीट जीतने का दावा कर रही हैं. वहीं भाजपा जहां जल्दबाजी में उद्घाटन और शिलान्यास में जुटी है. उसके बड़े-बड़े नेता राज्य में दौरा भी कर रहे हैं. यह उनकी(बीजेपी) घबराहट हार को दर्शाती है. उधर सपा 400 सीट जीत का दावा कर रही है. उनके नेता दिन-रात रैली कर रहे हैं. इस बात से उनकी भी घबराहट का अंदाजा लगाया जा सकता है. जबकि बसपा कार्यकर्ता बूथ लेवल तक अपनी तैयारियों में जुटे हैं. बसपा की ही सरकार बनना तय है. हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर रहे पार्टियों को लेकर बसपा कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर जागरूक करेंगे.
जनता को किया आगाह, सपा को बताया गुंडों की पार्टी
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि राजनीति पार्टियां बाबा साहेब के योगदान को दरकिनार करती रहीं हैं. अब राजनीतिक हित साधने के लिए दिखावटी सम्मान कर रही हैं. वहीं अभी चुनाव हुआ नहीं सपा विजय यात्रा निकाल रही है. उनके कार्यकर्ताओं ने गुंडई शुरू कर दी है. चंदौली में पुलिसकर्मी की पिटाई इसका उदाहरण है. लिहाजा, जनता गुंडागर्दी करने वाली पार्टी से सावधान रहें.