लखनऊ :आसताना हमीदिया फरंगी महल में बुधवार को रूहानी महफिल का आयोजन हुआ. इसमें खुदा और नबी की शाम में जिक्रो अमल का नजराना पेश किया गया. हजरत मुफ्ती अबुल इरफान मियां कादरी रज़्ज़ाकी, क़ाज़ी शहर लखनऊ की दुआ में हाजिरीन ने आमीन कहा और मुल्क से शैतानी वबा के दूर होने अमन-अमान के साथ आपसी भाईचारा को बनाए रखने अथवा अदल वा इंसाफ और प्यार व मोहब्बत के साथ मुल्क वा मिल्लत की तरक्की के लिए खुसूसी दुआ की गई.
मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महली ने फरमाया के बुजुर्गाने दीन का दस्तूर रहा है कि अपनी महफिलों में अपने मुरीदीन को जमा कर के ज़िक्र व इबादत में मशगूल करते थे. इसलिए कि अल्लाह के ज़िक्र से दिलों को सुकून व राहत मिलती है और दुनिया व आखिरत की परेशानियां दूर होती हैं. इस महफिल में इसीलिए आप लोग तशरीफ लाए हैं. अल्लाह सब पर करम फरमाएगा. मुफ्ती ने फरमाया कि नबी का फरमान है कि अपनी नीयतों को ठीक करो और दीन व दुनिया के तमाम कामों में दिखावे और रियाकारी से बचते हुए सिर्फ अल्लाह की रज़ा को पेशे नज़र रखो. मुफ्ती ने फरमाया कि ईमान और अकीदा की दुरुस्ती सबसे अहम है. अल्लाह कादिर मूतलख है और वह हमको देख भी रहा है और सुन भी रहा है. हमारा हर अच्छा बुरा काम उसके इल्म में है और उसका जहन्नम गुनहगारों का मुंतज़िर है और उसकी जन्नत नेक और फरमाबरदार मोमिनो का बेकरारी से इंतजार कर रही है.