लखनऊः राजधानी की सड़कों पर अवैध तरीके से स्टैंड बनाकर धड़ल्ले से गाड़ियों का संचालन किया जा रहा है. जिससे शहर में लगातार प्रदूषण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. लोग डीजल से चलने वाली प्रतिबंधित गाड़ियों को सड़कों पर सरपट दौड़ा रहे हैं और परिवहन विभाग पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहा है. डीजल वाली ऑटो गाड़ियों को परिवहन विभाग ने साल 2006 में प्रतिबंधित कर दिया था.
ये गाड़ियां शहर से बाहर की ओर फैजाबाद रोड, चिनहट, बख्शी तालाब जैसे क्षेत्रों में लाल, पीले, काली रंग की गाड़ी चलाई जा रही हैं. इसके साथ ही जिम्मेदार विभागों की लापरवाही के चलते शहरों में भी हरे रंग की ऑटो सीनएजी का दिखावा कर डीजल भरवा कर चलाई जा रही हैं. जिससे राजधानी में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है.
जहां एक ओर साल 2006 में डीजल युक्त ऑटो गाड़ियों को लेकर परिवहन विभाग ने आदेश जारी करते हुए पूरी तरीके से रोक लगा दिया था, वहीं अधिकारियों के आदेशों को पूरी तरीके से अनदेखा किया जा रहा है, जिसकी वजह से डीजल युक्त ऑटो गाड़ियों के धुओं से लगातार प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है, जो आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रहा है.