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ऑटो यूनियन ने सीएम से की मांग, चालकों को आर्थिक सहायता और राशन दे सरकार

उत्तर प्रदेश सरकार से ऑटो यूनियन ने ऑटो, टेम्पो, ई-रिक्शा चालकों के लिए 5,000 रुपये और दो माह का मुफ्त राशन देने की मांग की है. दिल्ली सरकार का हवाला देते हुए लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ये मांग की है.

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Published : May 11, 2021, 7:31 AM IST

ऑटो यूनियन ने आर्थिक सहायता की रखी मांग.
ऑटो यूनियन ने आर्थिक सहायता की रखी मांग.

लखनऊ: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने पिछले दिनों ऑटो चालकों को कोरोना संकट की त्रासदी से निपटने के लिए हर माह 5,000 रुपये देने का एलान किया था. इसके बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार से ऑटो यूनियन ने ऑटो, टेम्पो, ई-रिक्शा चालकों के लिए 5,000 रुपये और दो माह का मुफ्त राशन देने की मांग की है. पिछली बार जब कोरोना की पहली लहर आई थी, तब सरकार ने चालकों को 5,000 की आर्थिक सहायता दी थी.

असंगठित क्षेत्र के मजदूरों में दर्ज हैं चालक
लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ऑटो, टेम्पो और ई-रिक्शा चालको-संचालकों को 5,000 रुपये की आर्थिक सहायता और दो माह का मुफ्त राशन दिए जाने के संबंध में अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में लखनऊ महानगर के 50 हजार ऑटो, रिक्शा, टेम्पो और ई-रिक्शा चालक बेरोजगार बैठे हैं. उनके पास जमा पूंजी खत्म होने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री वर्तमान में कोरोना महामारी में असंगठित क्षेत्र के मजदूर वर्ग, रेहड़ी पटरी दुकानदार, दैनिक कामगार को जीवन-यापन के लिए नगद आर्थिक सहायता और दो माह का मुफ्त राशन दे रहे हैं. ऐसे में ऑटो रिक्शा, टेम्पो, ई-रिक्शा चालक भी असंगठित क्षेत्र में ही आते हैं. पिछले साल इन सभी 50 हजार चालकों को योगी सरकार ने आर्थिक सहायता प्रदान की थी. ऐसे में इस साल भी सरकार को बेरोजगार बैठे चालकों को आर्थिक सहायता समेत दो माह का राशन उपलब्ध कराना चाहिए, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण हो सके.

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लगातार बढ़ रही लॉकडाउन की अवधि
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लगातार सरकार लॉकडाउन बढ़ा रही है. ऐसे में ऑटो, टेम्पो के संचालन पर रोक लगी हुई है, जिससे रोजाना इसी के जरिए अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले चालकों को काफी दिक्कत हो गई है. उनके सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है. इसी वजह से ऑटो यूनियन के अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से उनकी सहायता की मांग की है.

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