लखनऊ: राजधानी में सोमवार को अनलॉक-1 के तहत रोडवेज बसों के संचालन की इजाजत मिली, तो शहर में सिटी बस, ऑटो और ई-रिक्शा सड़कों पर दौड़ते नजर आए. वहीं ऑटो रिक्शा संचालकों को संशय था कि उनके लिए कोई आदेश नहीं आया, इसके बावजूद ऑटो यूनियन के निर्देश पर ऑटो चालकों ने सड़क पर ऑटो उतार दिए. हालांकि यात्रियों की कम संख्या होने के चलते काफी कम संख्या में ऑटो संचालित हुए. सड़क पर उतारने से पहले ऑटो रिक्शा को सैनिटाइज किया गया.
राजधानी में गोमती नगर से लेकर स्कूटर इंडिया तक और मड़ियांव से लेकर राजाजीपुरम तक ऑटो दौड़ते नजर आए. हालांकि रोड पर इनकी संख्या कम ही रही. ऑटो चालकों के मुताबिक उन्हें वाहन के संचालन की जानकारी ऑटो संघ के प्रतिनिधियों ने जारी की थी. इसके चलते सुबह चारबाग में अधिकांश ऑटो सैनेटाइज किए गए और तब रोड पर चलाए गए. यात्रियों की कमी के चलते अधिकांश ऑटो रेलवे स्टेशन के इर्द गिर्द ही रहे.
30 प्रतिशत से कम ऑटो का संचालन
लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने बताया कि रोड पर अभी भीड़भाड़ नहीं हो रही है. ऐसे में 30 प्रतिशत से कम ही ऑटो का संचालन हुआ. ई-रिक्शा तो 30 प्रतिशत से कम ही चले. चौक, रकाबगंज, राजाबाजार, पाण्डेय गंज, चारबाग, मवैया जैसे इलाकों में ई रिक्शा चलते नजर आए.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल
ऑटो हो या ई-रिक्शा सभी वाहनों मे जहां चालकों ने मास्क पहन रखे थे, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल रखा गया. वाहन में जितनी सीट उपलब्ध थीं, लोगों ने सिर्फ उतने लोगों को ही बिठाया. इसके साथ ही जो लोग मास्क लगाए थे, सिर्फ उन्हें ही बैठने की छूट दी. राजधानी की सड़कों पर टैक्सी कैब चलती तो नजर आई, लेकिन अभी इनकी ऑनलाइन बुकिंग नहीं शुरू हो पाई है. लोग अपने सम्पर्क के माध्यम से इन वाहनों का प्रयोग करते नजर आए.
सिटी बसों का हुआ संचालन
सिटी बसों का संचालन भी सुबह आठ बजे से शुरू हो गया. 31 रूटों के लिए दुबग्गा और गोमती नगर डिपो से सिटी बसें रवाना की गईं. सिटी बस प्रबंधन ने आलमबाग, कैसरबाग और चारबाग बस अड्डों के साथ ही चारबाग रेलवे स्टेशन पर सिटी बसों की व्यवस्था कर रखी थी, जिससे यहां आने वाले यात्रियों को सफर के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े.
45 सिटी बसें हुईं संचालित
सिटी बसों में भीड़ न के बराबर ही देखने को मिली. सिटी बस प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार एक-एक बस में अधिकतम 10 यात्री ही मिले. सिटी बस प्रबंधन के एमडी आरके मंडल ने बताया कि कुल 45 बसों का संचालन किया गया. इनमें चार इलेक्ट्रिक बसें थीं बाकी अन्य सभी सीएनजी थीं. सबसे अधिक बसें कैसरबाग से चारबाग होते हुए आलमबाग तक चलाई गईं. इसके अलावा कमता से स्कूटर इंडिया तक सिटी बसों का संचालन किया गया.
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