लखनऊ :लखनऊ का रीजनल पासपोर्ट ऑफिस इन दिनों एटीएस के निशाने पर आ गया है. दरअसल, संत कबीर नगर की खलीलाबाद से एटीएस के द्वारा गिरफ्तार किए गए म्यांमार निवासी रोहिंग्या अजीजुल हक को रीजनल पासपोर्ट ऑफिस से दो बार पासपोर्ट जारी किए गए थे. अलग-अलग जारी हुए पासपोर्ट के बारे में एटीएस अब पासपोर्ट ऑफिस के जिम्मेदारों से पूछताछ करेगी.
UP ATS की जांच के दायरे में लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस
लखनऊ का रीजनल पासपोर्ट ऑफिस इन दिनों एटीएस के निशाने पर आ गया है. संत कबीर नगर की खलीलाबाद से एटीएस के द्वारा गिरफ्तार किए गए म्यांमार निवासी रोहिंग्या अजीजुल हक को रीजनल पासपोर्ट ऑफिस से दो बार पासपोर्ट जारी किए गए थे. अलग-अलग जारी हुए एक पासपोर्ट के बारे में एटीएस अब पासपोर्ट ऑफिस के जिम्मेदारों से पूछताछ करेगी.
एटीएस के निशाने पर लखनऊ का रीजनल पासपोर्ट ऑफिस
आप को बता दें कि खलीलाबाद से गिरफ्तार अजीजुल हक यहां का रहने वाला नहीं है. अब सवाल ये है कि इसके बावजूद भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कैसे उसे दो पासपोर्ट जारी किए गए. इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने के लिए एटीएस की टीम जल्द रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के जिम्मेदार लोगों से पूछताछ कर सकती है.
अब्दुल मन्नान को रिमांड पर लेने के लिए एटीएस आज देगा अर्जी
इस मामले में संत कबीर नगर खलीलाबाद नगर पालिका के संविदा कर्मचारी अब्दुल मन्नान को एटीएस ने गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया था. वहीं टेरर फंडिंग के मामले में पूछताछ करने के लिए आज कोर्ट के सामने कस्टडी रिमांड के लिए एटीएस अर्जी देगा. एटीएस को अब्दुल मन्नान बैंक खातों से टेरर फंडिंग से जुड़े अहम जानकारियां मिली हैं. दूसरी तरफ इस पूछताछ के बाद कई और चेहरे भी सामने आ सकते हैं.