लखनऊ :सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यार्थी 22 हजार रिक्त पदों को भरने के लिए लखनऊ में लगभग 7 महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यार्थियों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. इसी क्रम में शुक्रवार को शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने लखनऊ स्थित सपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों का कहना है कि वह काफी समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया. अभ्यार्थियों ने बताया कि अब वह उन्हें पूर्व सीएम अखिलेश यादव से उम्मीद बची है. उन्हें भरोसा है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव युवाओं की परेशानियां समझेंगे और आगामी चुनाव के घोषणा पत्र में इस विषय को शामिल करेंगे.
गौरतलब है कि प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी 1 लाख 37 हजार भर्तियों में बची 22 हजार रिक्तियों पर भर्ती करने की मांग कर रहे हैं. इसी भर्ती प्रक्रिया में पहले एक विशेष वर्ग में 6,000 रिक्तियों की भर्ती की गई. अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार उन्हें जाति वर्ग समूह में न बांटें. प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों का कहना है कि वह योग्य हैं, सरकार द्वारा लगाए गए कटऑफ को उन्होंने क्रास किया है. इसलिए सरकार इन योग्य अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र दे.
शिक्षक भर्ती अभ्यार्थियों को अब राजनीतिक व सामजिक संगठनों का भी साथ मिल रहा है. शिक्षकों के इस आंदोलन में अब कर्णी सेना व स्वर्ण आर्मी समेत कई संगठन व राजनीतिक पार्टियां सहयोग कर रहीं हैं.