लखनऊ : वाणिज्य कर विभाग में काम के प्रेशर में एक असिस्टेंट कमिश्नर पारुल राजवंशी की मंगलवार देर शाम तबीयत खराब हो गई. ऑफिस में कोई दूसरा सहयोगी न होने के चलते उन्होंने विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप पर अधिकारियों से मदद मांगी. जिसके बाद तत्काल दूसरे सहयोगी अधिकारी कार्यालय पहुंचे और उन्हें डॉक्टर को दिखाने के बाद घर पहुंचाने में मदद की.
ऐसे खराब हुई तबीयत
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार देर शाम सेक्टर-17 की असिस्टेंट कमिश्नर पारुल राजवंशी अपने कार्यालय में अकेले काम कर रहीं थीं. इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. लगभग 7.51 PM पर उन्होंने सहायक आयुक्तों के व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज कर हेल्प मांगी. उन्होंने लिखा कि (Kya koi AC office me hain. Pls send me some medical help). अधिकारी ने बताया कि vomiting एवं unconsciousness के कारण उनकी तबीयत खराब हुई. इसके बाद पुष्पराज असिस्टेंट कमिश्नर तत्काल कार्यालय पहुंचे. कार्यालय में पारुल राजवंशी अकेले मिलीं, वहां कोई अन्य कमर्चारी या स्टॉफ नहीं था. इस दौरान कई अन्य सहयोगी अधिकारी भी व्हाट्सएप पर मैसेज देखकर ऑफिस जा पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर को दिखाने के साथ ही घर ले जाने में मदद की. इन सबकी सहायता से पारुल को मदद मिल सकी. इस दौरान आशीष शुक्ला, शालीन तिवारी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे.
ये रही वजह
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि विभाग के सर्वर के कुछ समय से सही से न चलने व मध्य जनवरी में पेंडेंसी के आने के कारण टाइम बारिंग नजदीक होने व अत्यधिक स्टेटमेंट आदि के कारण अधिकारी खासकर सेक्टर के सहायक आयुक्त बहुत तनाव की स्थिति में हैं. विभागीय कामकाज के प्रेशर में सहायक आयुक्त सेक्टर 22 लखनऊ पुष्पराज सिंह की भी हाल ही में कार्यालय में काफी तबियत खराब हो गई थी, जिसके बाद से अधिकारी तनाव में हैं. अधिकारियों के अनुसार कोविड-19 संक्रमण व अन्य परिस्थितियों के दृष्टिगत अधिवक्ता व व्यापारी वर्ष 2017-18 के वादों के निस्तारण की अंतिम तिथि 30 जून 2021 करने की मांग कर रहे हैं, जिससे कुछ राहत मिल सके.