लखनऊ: लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट पर आगामी 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है और 24 अक्टूबर को परिणाम आना है. परिणाम अपने पक्ष में आए इसके लिए सभी पार्टियों के प्रत्याशी जोर आजमाइश में लगे हुए हैं. राजधानी के कैंट सीट की बात की जाए तो इस सीट का इतिहास कांग्रेस और बीजेपी के पक्ष में ज्यादा रहा है. सात बार कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर जीत दर्ज की तो वहीं छह बार भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने में सफल रही. यदि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की बात की जाए तो इस सीट पर इन दोनों पार्टियों का अब तक खाता ही नहीं खुल पाया है.
कैंट सीट पर रोमांचक मुकाबले की उम्मीद
2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी ने सपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी अपर्णा यादव को पटखनी दी थी. वहीं इससे पहले कांग्रेस के टिकट पर रीता बहुगुणा जोशी ने ही भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेश तिवारी को हराकर यहां पर पंजा मजबूत किया था. कैंट सीट पर बीजेपी के इस बार के प्रत्याशी सुरेश तिवारी तीन बार कमल खिला चुके हैं. कैंट सीट पर तीन बार ही कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेमवती तिवारी चुनाव जीतने में सफल रही हैं. कांग्रेस ने दिलप्रीत सिंह, समाजवादी पार्टी ने आशीष चतुर्वेदी और बहुजन समाज पार्टी ने अरुण द्विवेदी को इस बार के विधानसभा उपचुनाव में मैदान में उतारा है. इस सीट पर इस बार का उपचुनाव काफी रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है.