लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा में अनुसूचित जाति और जनजाति को विधायिका में आरक्षण के लिए संसद में पारित विधेयक को पास कराने के साथ ही विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विधेयक का प्रस्ताव सदन में रखा.
चर्चा शुरू होते ही विधेयक का सभी ने खुलकर समर्थन किया, लेकिन समाजवादी पार्टी ने अन्य पिछड़ी जातियों को आरक्षण में शामिल करने की मांग उठाई. वही कांग्रस ने एंग्लो इंडियन की उत्तर प्रदेश विधानसभा में आरक्षित एक सीट खत्म किए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई. हालांकि हो हंगामे के बीच विधेयक को पास करा दिया गया.
सरकार के प्रवक्ता और मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को मिल रहे आरक्षण को 10 वर्ष के लिए बढ़ाने के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 दिसंबर को ऐतिहासिक दिन बना दिया है. अगले 10 वर्षों के लिए आरक्षण बढ़ाया गया है, इसके लिए प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं.
सदन में विपक्ष के रुख पर कहा कि जिस प्रकार से आज सवेरे से ही समाजवादी पार्टी का रुख रहा है. यह घोर निंदनीय है. पूरे विपक्ष का रुख ठीक नहीं था. इस महत्वपूर्ण विधेयक पर भी उन लोगों ने हंगामा किया. लोगों का ध्यान बटाने का काम किया. जिस तरह से समाजवादी पार्टी के लोगों ने अराजक तत्वों का समर्थन किया. 2012 में आतंकी को छोड़ने का काम समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया था. इससे समाजवादी पार्टी का चेहरा उजागर हो गया है. उनका असली चेहरा सबके सामने आ गया.