लखनऊ:लखनऊ में कहीं भी हुनर की कमी नहीं है. आजकल युवा पीढ़ी एक से बढ़कर एक हुनर रखते हैं. बहुत सारे लोगों को संगीत में रुचि होती है तो बहुतों की कहानियों में. इस बार लखनऊ के युवाओं ने भारतेंदु नाट्य एकेडमी में ऐसा संगीत प्रस्तुत किया, जिसमें कहानी और गाना दोनों है.
शहर के कलाकारों के म्यूजिकल बैंड ग्रुप षड्स ने अपनी दिलकश परफॉर्मेंस से संगीत प्रेमियों को आनंदित कर दिया. शनिवार को भारतीय भारतेंदु नाट्य एकेडमी में हुए कार्यक्रम में बैंड के छह कलाकारों ने शानदार परफॉर्मेंस दी. ग्रुप के पांच युवा संगीतकारों और एक कथा वाचक ने बैंड के लिखे गानों के अलावा कहानियों को बखूबी पेश किया. षड्स लखनऊ के अलावा अन्य शहरों में भी कई परफॉर्मेंस दे चुका है.
षड्स के कलाकारों ने अपनी परफॉर्मेंस में हिंदुस्तानी जुबान के शायरों के पढ़े-अनपढ़े कलामों को बखूबी से सुरों में पिरोया. अपने अलग अंदाज में ढले संगीत में हिंदुस्तानी और वेस्टर्न संगीत के शानदार उदाहरण दिए. गानों के साथ बैंड के कथावाचक हर गाने से ठीक पहले उसके भाव में रमी हुई कहानियों को सुनाते रहे. कलाकारों ने शहर के कवि निर्मल दर्शन, जॉन एलिया, मजाज लखनवी, दुष्यंत कुमार, फ़ैज़ अहमद फैज और जोश मलीहाबादी जैसे अन्य जाने-माने कवियों और शायरों के कालम को सुनाकर खूब प्रशंसा पाई.