लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित वीडीओ की परीक्षा में पहली बार इस्तमाल में लाई गई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के चलते मंगलवार को दूसरे दिन की परीक्षा के दौरान 87 सॉल्वर को पकड़ा गया. इससे पहले परीक्षा के पहले दिन सोमवार को 99 सॉल्वर पकड़े गए थे.
आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार के मुताबिक, वीडीओ भर्ती पुनर्परीक्षा के लिए प्रदेश के 20 जिलों में 737 केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा सोमवार और मंगलवार को दो-दो पालियों में आयोजित की गई. उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान जांच व सख्ती के चलते मात्र 36 फीसदी परीक्षा में शामिल हुए और 64 फीसदी ने परीक्षा छोड़ दी. आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि 14,27,172 को परीक्षा देनी थी. दोनों दिनों को मिला कर 5,14,206 ने परीक्षा दी और 9,12,966 ने परीक्षा छोड़ दी.
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशात कुमार ने बताया कि परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली रोकने के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित 'फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर' का सहारा लिया गया था, जिसका आयोग को बड़ा फायदा मिला. उन्होंने बताया कि दूसरे दिन की परीक्षा में लखनऊ में 11, बांदा में 10, अलीगढ़, कानपुर व वाराणसी में 8-8, गाजियाबाद में 7, गोरखपुर में 6, आजमगढ़, मिर्जापुर व गौतमबुद्धनगर में 5-5, आगरा व झांसी में 4-4, बस्ती में 2 मेरठ, प्रयागराज, मुरादाबाद व बरेली में 1-1 सॉल्वर को एग्जाम से पहले ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित 'फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर' की सहायता से धरा गया. इस तरह से पहली पाली में 22 और दूसरे पाली में 65 को नकल करते हुए पकड़ा गया.