लखनऊ: राजधानी के सहकारी बैंक से 146 करोड़ रुपए साफ (cooperative bank in Lucknow) करने वाले बैंक के पूर्व कर्मी व कंस्ट्रक्शन फर्म के मालिक ठगे हुए रुपयों से विदेश में बाकी की जिंदगी बिताने की पूरी प्लानिंग कर चुके थे. बैंक के रेड अलर्ट व साइबर पुलिस ने जालसाजी की प्लानिंग में पानी फेरते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. साइबर एसपी के मुताबिक, आरोपियों ने पैसों को कई खातों से अपने खाते में ट्रांसफर किया था. उन्हें भरोसा था कि जब तक बैंककर्मियों व पुलिस को भनक लगेगी तब वह विदेश भाग चुके होंगे.
राजधानी के हजरतगंज स्थित सहकारी बैंक में 15 अक्टूबर को 146 करोड़ रुपयों को अलग-अलग खातों में जालसाजी कर ट्रांसफर करने वाले मास्टरमाइंड को साइबर क्राइम की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनमें रिटायर्ड बैंककर्मी आरएस दुबे व कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक सुख सागर सिंह चौहान शामिल हैं. इन्हीं दोनों ने मिलकर बैंक के 146 करोड़ रुपयों को साफ करने की फुल प्रूफ प्लानिंग बनाई थी.
एसपी साइबर मुख्यालय त्रिवेणी सिंह ने बताया कि साइबर अपराधियों ने बैंक से पैसों को उड़ाने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया था. इसके लिए उन्होंने उन लोगों को अपनी योजना के साथ जोड़ा, जो बैंकों के पूर्व में कर्मचारी रहे हों व जिनकी पहुंच बैंक के कंट्रोल रूम तक हो. सहकारी बैंक के पैसों को उड़ाने के लिए जालसाजों ने इसी बैंक में कार्यरत रहे आरएस दुबे को पैसों का लालच देकर अपने साथ जोड़ा था, इसके बाद जालसाजों ने आरएस दुबे को बैंक की रेकी करवाई और अन्दर जाने का पूरा खाका तैयार किया था.