लखनऊ:उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई कार्यकारिणी घोषित होने से पहले बेटी और पिता शिखर तक पहुंचने के प्रयास में जुटे थे. इसमें बेटी को तो सफलता मिली, लेकिन पिता उस सफलता को प्राप्त नहीं कर सके जो वह चाहते थे. दरअसल कांग्रेस ने सोमवार देर रात जो सूची जारी की उसमें विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू को उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बना दिया गया. वहीं उनकी जगह विधानमंडल दल की उपनेता रहीं आराधना मिश्रा 'मोना' को विधानमंडल दल का नेता घोषित कर दिया.
अनुराधा मिश्रा बनीं सीएलपी लीडर. बेटी आराधना मिश्रा का तो प्रमोशन हो गया, लेकिन पिता प्रमोद तिवारी जो प्रदेश अध्यक्ष के दावेदार थे, वह लल्लू के अध्यक्ष बनने के बाद इस रेस में पिछड़ गए. हालांकि प्रमोद तिवारी को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय महासचिव की सलाहकार समिति में सदस्य जरूर बनाया है. वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के दूसरे दावेदार जितिन प्रसाद भी अध्यक्ष की रेस में पीछे रह गए और अब वह कांग्रेस पार्टी के लिए रणनीति बनाते हुए नजर आएंगे. जितिन प्रसाद को पार्टी ने वर्किंग ग्रुप स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग का मेंबर बनाया है.
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ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने जनरल सेक्रेटरी एडवाइजरी काउंसिल में 18 मेंबर बनाए हैं. वहीं वर्किंग ग्रुप ऑन स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग में 8 मेंबर बनाए गए हैं. राष्ट्रीय महासचिव की सलाहकार समिति में अजय राय, अजय कपूर, अनुग्रह नारायण सिंह, मोहसिना किदवई, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, निर्मल खत्री, प्रदीप माथुर, प्रमोद तिवारी, प्रवीण ऐरन, पीएल पुनिया, आरपीएन सिंह, रणजीत सिंह जूदेव, राजेश मिश्रा, राशिद अल्वी, सलमान खुर्शीद, संजय कपूर, विवेक बंसल और जफर अली नकवी मेंबर बनाए गए हैं.
इसके अलावा जितिन प्रसाद, आरके चौधरी, राजीव शुक्ला, इमरान मसूद, प्रदीप जैन आदित्य, राजाराम पाल, बृजलाल खाबरी और राज किशोर सिंह स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग वर्किंग ग्रुप के सदस्य मनोनीत किए गए हैं. अब 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होना है तभी पता चलेगा कि कांग्रेस की नई सलाहकार समिति के सदस्य और स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग के सदस्यों ने किस तरह की पार्टी को सलाह दी और किस तरह की स्ट्रेटजी एंड प्लानिंग बनी जिसके चलते कांग्रेस और मजबूत हुई या फिर हाशिए पर ही चली गई.