लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयुष विभाग में नवचयनित चिकित्साधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण एवं आयुष टेलीमेडिसिन योजनान्तर्गत योग वेलनेस सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. इस अवसर पर जिलाधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि पूरी मेहनत व ईमानदारी से कार्य करते हुए नवनियुक्त चिकित्साधिकारी शोध पर विशेष ध्यान दें. आयुर्वेद, योग एवं नेचरोपैथी में अपार संभावनाएं हैं.
सीतापुर कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज, विधायक बिसवां महेन्द्र सिंह यादव, लहरपुर विधायक सुनील वर्मा ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित चिकित्साधिकारियों डॉ. यशवन्त जुनेजा, डॉ. अजय कुमार, डॉ. गौरवेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. गौरव वैश्य, डॉ. प्रीति पाण्डेय, डॉ. सोनम यादव, डॉ. वैष्णो गुप्ता, डॉ. अपर्णा सिंह व डॉ. रूपल शुक्ला को नियुक्ति पत्र वितरित किए. इसके साथ ही योग वेलनेस सेंटर नीमसार, योग वेलनेस सेंटर नगर सीतापुर, योग वेलनेस सेंटर बिसवां एवं योग वेलनेस सेंटर आंंट के संचालकों को भी प्रमाण-पत्र वितरित किए गए. कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर कृष्ण गोपाल सहित संबंधित अधिकारी एवं नवनियुक्त चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे.
गोण्डा : विधायक ने नवनियुक्त आयुर्वेदिक-होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों को दिया नियुक्ति पत्र
गोण्डा जिले में सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जनपद में नवनियुक्त क्षेत्रीय आयुवेर्दिक एवं यूनानी व होम्योपैथिक अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने लखनऊ से वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से नवनियुक्त चिकित्साधिकारियों को नियुक्ति पत्र जारी किया. वहीं एनआईसी में विधायक तरबगंज प्रेम नारायण पाण्डेय, जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही तथा सांसद गोण्डा के प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्रा ने नवनियुक्त 10 आयुर्वेदिक तथा 03 होम्योपैथिक अधिकारियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र वितरित किया.
इस अवसर पर विधायक तरबगंज प्रेम नारायण पाण्डेय ने कहा कि परम्परागत चिकित्सा पद्धति को प्रेरित करने का सर्वोत्तम माध्यम आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति है. उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का महत्व बढ़ा है. उन्होंने नवनियुक्त चिकित्साधिकारियों को शुभकामना दी और कहा कि वे लोग पूरे मनोयोग से लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए काम करें. जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने निर्देश दिए कि किराए के भवनों में चल रहे आयुर्वेद अस्पतालों को निकटतम सीएचसी या पीएचसी में शिफ्ट कराया जाय ताकि जनसामान्य को सरकारी अस्पताल में एक ही जगह सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें.