लखनऊ:एनआईसी और परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते आवेदकों को आरटीओ कार्यालय के बाहर अपना समय बर्बाद करना पड़ रहा है. राजधानी के आरटीओ कार्यालय का हाल यह है कि 30 दिन में कम से कम 25 दिन तक कार्यालय का सर्वर ही खराब रहता है. इस तरह एनआईसी और परिवहन अधिकारियों के बीच आवेदक पिस रहे हैं.
एआरटीओ संजय तिवारी से बातचीत. इसे भी पढ़ें :- लखनऊः ट्यूबवेल टेक्निकल एंप्लाइज एसोसिएशन में पदाधिकारियों के चुनाव को लेकर छिड़ी जंग
आरटीओ कार्यालय का सर्वर रहता है खराब
राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय सहित देवा रोड स्थित एआरटीओ कर्यालय में सर्वर का हाल रोजाना ही खस्ताहाल रहता है. सोमवार को दोनों ही कार्यालयों में दूरदराज क्षेत्रों से काम कराने आए आवेदकों को सर्वर नहीं चलने के चलते बैरंग वापस लौटना पड़ा.
आवेदकों को हो रही दिक्कत
इस माह 20 से 25 दिन ऐसे रहे हैं जिसमें किसी दिन सर्वर पूरी तरह ठप रहा तो किसी दिन डाउन रहा और किसी दिन आधे दिन ही काम हुआ. सर्वर दुरुस्त न होने के चलते एनआईसी और परिवहन विभाग के अधिकारियों को भले ही कोई दिक्कत न हुई हो लेकिन आवेदकों की तकलीफों में काफी इजाफा हुआ है.
ऐसे में लोगों की भागदौड़ बेकार हो गई. जब भी सर्वर रुक रुक कर चलने लगता था तो कुछ ही लोगों का कार्य हो पाता था. बाकी लोगों को बिना काम कराये ही लौटना पड़ा. वहीं अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि सर्वर के न चलने पर सम्सया को दूर करने के लिये एनआईसी को पत्र लिखा गया है.