लखनऊ: अपना दल (एस) के राष्ट्रीय सम्मेलन में आज एक बार फिर अनुप्रिया पटेल को पार्टी की कमान मिल गई. अपनी मां कृष्णा पटेल और बहन पल्लवी पटेल से जब अनुप्रिया पटेल अलग हुई थीं, तब उन्होंने अपना दल (एस) नाम से नई पार्टी बना ली थी. वे स्वयं इसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी थी. 2014 में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अनुप्रिया जब केंद्रीय राज्य मंत्री बन गईं तो उन्होंने अपने पति आशीष कुमार सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया था.
अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं अनुप्रिया पटेल. नहीं बन पाई मंत्री तो बन गई राष्ट्रीय अध्यक्ष
अनुप्रिया मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री नहीं बन पाईं तो वे एक बार फिर से अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गईं है. दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद अनुप्रिया ने कार्यकर्ताओं को यकीन दिलाया कि उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगी. कार्यकर्ताओं ने जोरदार तरीके से अनुप्रिया पटेल का राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में स्वागत भी किया.
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विधायक और सांसद की मौजूदगी में मिली स्वीकृति
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित अपना दल (एस) के राष्ट्रीय सम्मेलन में पार्टी के कार्यकर्ताओं से पूरा हाल खचाखच भरा हुआ था. इसी बीच पार्टी की तरफ से आशीष सिंह की जगह अनुप्रिया पटेल का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में प्रस्तावित किया गया. इससे सम्मेलन में आए तमाम कार्यकर्ता चौंक गए, हालांकि प्रदेश कार्यकारिणी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के साथ विधायक और सांसद भी मौजूद थे, उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की. सभी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अनुप्रिया पटेल के नाम पर मुहर लगाई. इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता राजेश पटेल को राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोनीत कर दिया गया.
सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया के तहत आज पार्टी के तमाम सक्रिय सदस्यों ने मुझे पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना है. अब मैं पार्टी के कार्यकर्ताओं की पार्टी की विचारधारा को आगे ले जाऊंगी. सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करूंगी. सामाजिक मुद्दों को पूरी जिम्मेदारी से सड़क से सदन तक पहुंचाऊंगी.
-अनुप्रिया पटेल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अपना दल (एस)