लखनऊ: दिले के जेल अस्पताल में बीते दिनों नशीली दवाइयों को लेकर बंदी अंशुमान पर सईद ने हमला किया था. सूत्रों के मुताबिक अंशुमान के पास नशीली दवाइयों के कई पत्ते थे. अंशुमान ने उससे नशीली दवाइयां मांगी तो उसने विरोध किया. इस पर सईद ने अंशुमान पर ग्लूकोज स्टैंड के रॉड से हमला कर दिया था. मामले की जांच कर रहे डीआइजी जेल संजीव त्रिपाठी ने अपनी जांच पूरी कर ली है. शुक्रवार को वह जेल मुख्यालय में डीजी आनंद कुमार को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे.
नशीली दवाओं को लेकर जेल अस्पताल में बंदी पर हुआ था हमला - लखनऊ जिला जेल
जिला अस्पताल में बीते दिनों नशीली दवाइयों को लेकर बंदी अंशुमान पर सईद ने हमला किया था. मामले की जांच कर रहे डीआइजी जेल संजीव त्रिपाठी ने अपनी जांच पूरी कर ली है.
अंशुमान को कैसे मिली प्रतिबंधित दवाइयां
अंशुमान के पास से जो नशीली दवाइयां मिली हैं वह प्रतिबंधित हैं. अंशुमान के पास से काफी मात्रा में नशीली दवाइयां मिली हैं. जांच में जेल अस्पताल के प्रशासन और कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई है. इतनी मात्रा में नशीली दवाइयां मिलने से पूरी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की ही ठहराई गई है, जिसको लेकर अस्पताल में बंदियों में मारपीट हुई है. डीआइजी ने इस पूरे मामले में बंदी, जेल अधिकारियों, कर्मचारियों और जेल अस्पताल के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं.
परिवारीजनों का आरोप साजिश के तहत हुआ हमला
अंशुमान के परिवारीजनों का आरोप है कि सईद से साजिश के तहत हमला कराया गया है. सईद, अंशुमान को जान से मारना चाहता है. हमले में जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी भूमिका संदिग्ध है. इस मामले में उन्होंने न्यायालय में भी पत्र देकर न्याय की मांग की है. हमले में आयी चोटों के संबंध में न्यायालय में मेडिकल रिपोर्ट मंगाने की मांग की है. डीआइजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि बंदियों में मारपीट हुई थी. पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है. जल्द ही जांच पूरी करके रिपोर्ट जेल मुख्यालय को सौंपी जाएगी."