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थाने पर वसूली की एक और लिस्ट आई सामने, अमिताभ ठाकुर ने किया ट्वीट - अमिताभ ठाकुर ने किया ट्वीट

चंदौली जिले के बाद पुलिस द्वारा अवैध वसूली की एक और दो पेज की लिस्ट सामने आई है. इस लिस्ट और चंदौली से जुटे एक ऑडियो क्लिप को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी और अन्य अफसरों को ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की है.

अमिताभ ठाकुर
अमिताभ ठाकुर

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Published : Nov 7, 2020, 9:22 PM IST

लखनऊः चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली में होने वाली अवैध वसूली पर चल रही जांच की आंच अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक और वसूली की लिस्ट ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. वहीं वायरल हुई इस चिट्ठी को लेकर आईजी नागरिक पुलिस अमिताभ ठाकुर ने कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने लिस्ट के साथ वायरल हुई एक ऑडियो क्लिप डीजीपी को सौंपी है.

आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने की कार्रवाई की मांग
अमिताभ ने कहा कि वसूली लिस्ट के अंत में विजय जायसवाल 'वसूलीकर्ता' 8239470500 और 7355632673 लिखा है. इस वसूली लिस्ट में कुल 116 जगहों का नाम है, जो जिले की भांग की दुकानें बताई गई हैं. इन दुकानों पर अवैध गांजा बेचने के लिए वसूली की जाती है. इस लिस्ट का योग 2 लाख 51 हजार 200 रुपये है, जो प्रति माह भांग के दुकानों से सीओ और क्राइम ब्रांच के लिए वसूली बताई गई है.

वायरल लिस्ट.

जांच कराने की मांग
इसमें न्यूनतम 500 रुपये से लेकर अधिकतम मुगलसराय की 23,500 की धनराशि लिखी है. ऑडियो में बात कर रहे लोगों में एक विजय जायसवाल और दूसरा कोई भांग विक्रेता बताया गया है. ऑडियो में सीओ और क्राइम ब्रांच के लिए अलग से वसूली किये जाने की बात कही जा रही है. अमिताभ ने इन तथ्यों की जांच कराते हुए उचित कार्रवाई किये जाने की मांग की है.

हर महीने 35.64 लाख की वसूली की लिस्ट हुई थी वायरल
पिछले दिनों चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली पर हर महीने कोतवाली अंतर्गत कोल, शराब, पशु तस्करी सहित विभिन्न क्षेत्रों से 35.64 लाख रुपये की अवैध वसूली की कथित लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इसके बाद आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने 25 सितंबर को सोशल मीडिया पर वायरल लिस्ट को एडीजी वाराणसी को ट्वीट कर जांच की जरूरत बताई थी. तब पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था.

वायरल लिस्ट.

सिपाही ने की थी शिकायत
मामला तूल पकड़ने पर एसपी हेमंत कुटियाल ने पूरे मामले की जांच एएसपी प्रेमचंद को सौंप दी थी. तब इंस्पेक्टर को जांच होने तक पुलिस लाइन भेज दिया गया था. इस दौरान यह भी सामने आया था कि एक पुलिसकर्मी ने इसकी शिकायत कई महीने पहले पुलिस के उच्चाधिकारियों से की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. एएसपी प्रेमचंद का कहना है कि इंस्पेक्टर का स्थानांतरण हो गया है.

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