लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के दौरान उत्पन्न हुई परिस्थितियों से निपटने के लिए योगी सरकार की योजना पर अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी एक समुदाय या वर्ग के लिए काम नहीं करती है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार, 'सबका साथ-सबका विकास' के आधार पर काम करती है. लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लाने का मुद्दा हो या फिर प्रदेश में श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता दिए जाने का निर्णय, सबको समान रूप से देखा जा रहा है.
सबसे पहले हमें अपना जीवन बचाना है
अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक समाज के लोग आगे आए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर सब लोग लॉकडाउन का अनुपालन कर रहे हैं. सबसे पहले हमें अपना जीवन बचाना है. वह चाहे कोई भी मजहब हो, यही बताता है कि सबसे पहले अपनी जान बचानी चाहिए.
लॉकडाउन की वजह से भारत में स्थितियां नियंत्रण में
मोहसिन रजा ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से ही भारत में स्थितियां नियंत्रण में हैं. यह तब संभव हो पाया है, जब हम अपने घरों में बैठ कर अपना कार्य कर रहे हैं. इबादत भी कर रहे हैं. जरूरत के लिए ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इंसानों की जान बचाने के लिए हमसे यहां तक कहा गया कि अगर आप नमाज पढ़ रहे हैं, उस वक्त भी कोई पुकार रहा है तो उसकी जान बचाने के लिए नमाज छोड़कर जाना चाहिए. यह नहीं देखना है कि वह किस जाति, धर्म या मजहब का है.
...तो होगी सबसे बड़ी ईद
अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री ने कहा कि हमें खुद को बचाने के लिए, लोगों को बचाने के लिए अगर लॉकडाउन का अनुपालन करना है तो इसमें किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. जब हम कोरोना से बाहर निकलेंगे तो हमारे लिए सबसे बड़ी ईद वही होगी.
नए वक्फ बोर्डों का होगा गठन
वक्फ बोर्डों की नकारात्मक भूमिका पर मोहसिन रजा ने कहा कि यह वक्फ बोर्ड सपा की सरकार में गठित किए गए थे. बोर्डों का कार्यकाल समाप्त हो गया है. अब हमारी सरकार में नए बोर्डों का गठन होगा. उन्होंने कहा कि प्रयागराज में जमातियों को मस्जिद में छिपा कर रखा गया था. वहां के मुतवल्ली पर ही इसकी जवाबदेही बनती है.