अलवर. शहर कोतवाली पुलिस के अनुसार 29 नवंबर 2019 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी निवासी टी. पोल राज पुत्र सी. थंगराज ने एक शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दी, जिसमें पीड़ित ने बताया कि कर्नल एनएन नेहरा नाम का व्यक्ति उसको आर्मी सेंटर लखनऊ में मिला था. इसके बाद उसने मुझसे मेरे लड़के और अन्य 6 लड़कों की सेना में नौकरी लगवाने की बात कही. वहीं सेना में नौकरी लगवाने की एवज में उसने 23 लाख रुपये भी मांगे.
तमिलनाडु के व्यक्ति से की 23 लाख की ठगी. इसके बाद आरोपी ने पीड़ित से अलवर में पैसे लाने को कहा, जिसके बाद पीड़ित कन्याकुमारी से अलवर आया और आरोपी को अलवर बस स्टैंड पर 23 लाख रुपये दिए. बता दें कि पैसे मिलने के बाद आरोपी कार से फरार हो गया और अपना फोन भी स्विच ऑफ कर दिया.
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वहीं अलवर शहर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर वारदात में पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों की मॉनिटरिंग प्रारंभ की. उसके बाद पुलिस ने फर्जी कर्नल एन.एन नेहरा के हुलिया के आधार और कॉल डिटेल में मुलजिम द्वारा प्रयोग में लाए गए वाहन के नंबर को अलवर के एक टोल नाके के सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त कर उनका विश्लेषण किया. जिसके बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के जिला रायबरेली के जगतपुरा, डलमऊ सहित कई जगहों पर दबिश दी. दबिश के दौरान आरोपी फर्जी कर्नल एसएन नेहरा को उत्तर प्रदेश के रायबरेली से उसके फार्म हाउस से गिरफ्तार किया.
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1976 से करता आ रहा ठगी
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने बिहार की राजधानी पटना में भी इस प्रकार की वारदात को अंजाम दिया है और कुछ माह पूर्व भी अलवर में आगरा के लोगों से भी 62 लाख की ठगी करना कबूल किया है. बता दें कि आरोपी ने अब तक विभिन्न स्थानों से करीब 1 करोड़ से अधिक की ठगी की वारदात करना कबूल किया है और यह आरोपी वर्ष 1976 से इस तरह की ठगी करता रहा है.