लखनऊ: कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही के आरोपों के बीच अब किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में कोरोना की जांच किट की खरीद पर सवाल उठे हैं. किट की कीमतों में कमी आई है. इसके बावजूद केजीएमयू में पुरानी दर पर किट की खरीद-फरोख्त हो रही है. आरोप है कि वीटीएम किट जिसकी बाजार में कीमत मात्र 7.65 रुपये हैं, उसे केजीएमयू 35.40 रुपये में खरीद रहा है. आरटीपीसीआर जांच किट जो 23 रुपये में उपलब्ध है, उसे 50.40 रुपये में क्रय किया जा रहा है. मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से हुई है.
मुख्यमंत्री से हुई शिकायत
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा कोरोना का प्रकोप है. केजीएमयू को किट की जांच (वैलीडेशन) का अधिकार मिला है. कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच के लिए कई तरह की वस्तुओं की जरूरत पड़ती है. नमूना लेने से लेकर उसे खास केमिकल में रखा जाता है. जिसे वीटीएम किट कहते हैं. जांच भी किट व रसायन से होती है. इस संबंध में फैजुल्लागंज निवासी ममता त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है. उन्होंने पूरे मामले की मुख्यमंत्री से जांच की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि सिर्फ केजीएमयू ही अकेला संस्थान है, जो अधिक दर पर किट व अन्य उपकरण क्रय कर रहा है. जबकि गुजरात व बिहार में यही उपकरण काफी कम दामों में खरीदे जा रहे हैं.
विभिन्न राज्यों द्वारा खरीदी गई वीटीएम किट की दरें
- केजीएमयू वीटीएम किट 35.40 रुपये में खरीद रहा है.
- मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन 7.65 रुपये क्रय कर रहा है.
- बिहार में यह किट 8.23 रुपये में क्रय हो रही है.
- झारखण्ड में 12.09 रुपये में क्रय किया जा रहा है.
आरएनए एक्सट्रेशन किट
- केजीएमयू यह किट 65.03 रुपये में क्रय कर रहा है.
- गुजरात में यह किट 13.95 रुपये में खरीदी जा रही है.
- उड़ीसा में यह किट 14 रुपये में क्रय की गयी.
- त्रिपुरा में 19.88 रुपये में क्रय की जा रही है.