लखनऊ: राजधानी में हुए कमलेश तिवारी हत्याकांड से जुड़े तीन साजिशकर्ताओं को गुजरात के सूरत में गिरफ्तार किया गया था. तीनों साजिशकर्ताओं को सोमवार को सूरत से लखनऊ लाया गया है, जहां पुलिस सभी आरोपियों से सघन पूछताछ करेगी. साजिशकर्ताओं से पूछताछ कर लखनऊ पुलिस कई और जानकारियां जुटाएगी, जिसके आधार पर दोनों हत्यारों अशफाक और मोइनुद्दीन तक पहुंचा जा सके.
तीनों साजिशकर्ताओं को लाया गया लखनऊ. यूपी पुलिस ने घोषित किया ढाई-ढाई लाख का इनाम
बता दें कि दोनों हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित किया है. दोनों की गिरफ्तारी को लेकर कई इनपुट बताए गए हैं, लेकिन अभी दोनों आरोपी फरार चल रहे हैं.
तीनों साजिशकर्ताओं को लाया गया लखनऊ
कमलेश तिवारी हत्याकांड से जुड़े गुजरात के सूरत से ताल्लुक रखने वाले तीनों साजिशकर्ताओं को लखनऊ लाया गया है. सटीक तरीके से पुलिस ने एयरपोर्ट से निकालकर उन्हें किसी गोपनीय स्थान पर रखा है. कोर्ट में पेश करने से पहले तीनों साजिशकर्ताओं से सघन पूछताछ की जाएगी. वहीं जानकारी के मुताबिक आरोपी करीब 72 घंटे की रिमांड पर हैं.
अनुमान लगाया जा रहा है कि साजिशकर्ताओं से पूछताछ में जो इनपुट मिलेंगे, उससे हत्या को अंजाम देने वाले अशफाक और मोइनुद्दीन तक पहुंचा जा सकेगा. अभी तक की पड़ताल में उत्तर प्रदेश पुलिस को कई इनपुट मिल चुके हैं. जहां उत्तर प्रदेश पुलिस और गुजरात पुलिस गंभीरता से इस पूरे मामले की जांच कर रही है तो वहीं हरियाणा, पंजाब सहित अन्य प्रांतों में भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस की पड़ताल में दोनों हत्यारों की अंतिम लोकेशन गाजियाबाद मिली है, लिहाजा गाजियाबाद पुलिस भी आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. वहीं एसटीएफ भी हत्याकांड मामले के विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है.
लखनऊ पुलिस लगातार कर रही है छापेमारी
कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले पर लखनऊ पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. दोनों हत्यारों को पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. अब तक की कार्रवाई में निकलकर सामने आया है कि हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में दोनों आरोपी कानपुर स्टेशन पर उतरकर सड़क के रास्ते लखनऊ पहुंचे थे. कानपुर रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में दोनों रेलवे स्टेशन से उतरकर बाहर जाते हुए नजर आ रहे हैं. दोनों हत्यारे हरदोई, बरेली, पीलीभीत भी पहुंचे थे. हत्याकांड को अंजाम देने के दौरान हत्यारों को भी चोटें आई थी. हत्या को अंजाम देने के बाद हत्यारे बरेली में रुके थे, जहां पर हत्यारों के एक परिचित ने उनका इलाज किया था. जानकारी के अनुसार हत्यारे मोइनुद्दीन पठान के दाहिने हाथ में चोट आई थी.
महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक के डीजीपी और एटीएस से संपर्क में है यूपी पुलिस
सोमवार को डीजीपी ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कमलेश तिवारी हत्याकांड से जुड़े तीनों साजिशकर्ताओं को लखनऊ लाया गया है. रिमांड पर आरोपियों से सघन पूछताछ की जाएगी. महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक के डीजीपी और एटीएस से लगातार यूपी पुलिस संपर्क में है. आतंकियों के सेल्फ मोटिवेशन स्लीपिंग मॉडल भी होते हैं. ऐसे में हम किसी भी संभावनाओं से इनकार नहीं कर सकते. डीजीपी ओ पी सिंह ने कहा कि हम कमलेश तिवारी हत्याकांड की जांच को लॉजिक एंड तक पहुंचाएंगे.