लखनऊ :आगामी चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने बैठकों के साथ-साथ मंथन शुरू कर दिया है. इस कड़ी में जहां भारतीय जनता पार्टी दिल्ली से लेकर लखनऊ तक बैठकर कर रही है, वहीं सपा ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने पदाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. इसी क्रम में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी राजधानी लखनऊ में भागीदारी मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. वहीं शिवपाल यादव भी लगातार पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति बना रहे हैं.
लगभग एक सप्ताह पूर्व राजधानी लखनऊ के दौरे पर आए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भागीदारी मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 52% आबादी पिछड़ों की है. और पिछड़ों को गुमराह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी लगातार ड्रामा कर रही है. आज प्रदेश की जनता महंगाई से जूझ रही है, पर जनता का ध्यान भटकाने का काम यह सरकार कर रही है.
पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सहयोगी मोर्चा में भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर यदि सपा, बसपा भी हमारे साथ आना चाहते हैं तो उनका भी स्वागत है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को राजभर बिंद प्रजापति निषाद पाल समाज के लोगों का वोट मिला और 100 में से 65% वोट हमारे पास है. जबकि 35% वोटों में बंटवारा है. पूर्व मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी डूबती नाव है. और इसे डूबने से बचाने के लिए दबे कारतूस लाए जा रहे हैं. और जितने भी लोग दिल्ली की परिक्रमा कर रहे हैं वह मंत्री बनने के लिए दरबार कर रहे हैं.
शिवपाल भी कर रहे सभी दलों को एक साथ आने की बात
3 दिन पूर्व ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में प्रगति समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी इस बात को स्वीकार किया था, यदि प्रदेश की सत्ता से भाजपा को हटाना है तो सभी छोटे दलों को आपसी भेदभाव भुलाकर एक साथ आना होगा. तभी आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला किया जा सकेगा.
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बताते चलें कि कभी भाजपा गठबंधन के साथी रहे ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा से बगावत की थी. जिसके बाद भाजपा ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया. इसके बाद से राजभर लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमलावर रहते हैं. ओमप्रकाश राजभर ओवैसी के साथ 10 छोटे दलों के साथ मिलकर आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देंगे.