लखनऊ: देश में कोरोना की तीसरी लहर समाप्ति की ओर है, लेकिन अब चौथी लहर का खतरा मंडरा रहा है. चीन समेत कई देशों में वायरस भयावह हो चुका है. लिहाजा केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट जारी किया है. ऐसे में यूपी सरकार चौकन्ना हो गई है. यहां के स्वास्थ्य विभाग ने 28 मार्च से अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया है, ताकि इलाज की व्यवस्था को परखा जा सके. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. वेद व्रत सिंह के मुताबिक केंद्र सरकार ने कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया है. ऐसे में 28 मार्च से अस्पतालों में मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए. यह प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में होगी. ऐसे में मरीजों के इलाज की सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी.
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में बच्चों और वयस्कों के लिए अलग-अलग वार्ड, आईसीयू बनाए गए हैं. इनमें ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए प्लांट लगाए गए हैं. वहीं, बच्चों और वयस्कों के लिए अलग-अलग किस्म के वेंटीलेटर व अन्य उपकरण भी हैं. अस्पतालों में लगाए गए उपकरण कितने चालू हालत में हैं. इसकी जांच भी की जाएगी. साथ ही इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को कितने समय में इलाज मिलने लगेगा, इन सभी व्यवस्थाओं को जांचा जाएगा.
अस्पतालों का दौरा करेंगे अफसर
इसके लिए राजधानी से अफसरों की टीम जिलों में रवाना की जाएगी. अफसर 28 मार्च से अस्पतालों का दौरा करेंगे. वहां ऑक्सीजन प्लांट और उससे ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था देखेंगे. वेंटीलेटर व अन्य मशीनों की हालत क्या है. कितनी इंस्टॉल की गईं. उनके संचालन के लिए किस स्टाफ को नामित किया गया. इन सभी बिंदुओं पर पड़ताल की जाएगी.
पुरानी खामियों पर भी रहेगी नजर