लखनऊ : नजूल की जमीन पर अवैध रूप से अपार्टमेंट बनवाए जाने को लेकर जांच कर रही लखनऊ पुलिस ने लखनऊ विकास प्राधिकरण से उन कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम मांगे हैं, जिनके समय में ये जमीन का पट्टा हो रहा था और इस पर अपार्टमेंट का निर्माण कराया जा रहा था. पुलिस की जांच में सामने आया है कि याजदान बिल्डर के मालिक फहद याजदानी ने एलडीए के अधिकारियों से मिलकर यह पूरा घोल मोल किया था. पुलिस ने एलडीए से 10 सवालों के जवाब तलब किए है.
लखनऊ पुलिस ने LDA से पूछा, याजदान बिल्डर बना रहा था अवैध बिल्डिंग तब कहां थे अधिकारी
राजधानी लखनऊ में अवैध रूप से बिल्डिंग निर्माण मामले में लखनऊ पुलिस ने सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है. राजधानी के कई अपार्टमेंट के ढहने और ध्वस्तीकरण के बाद पुलिस ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों-कर्मचारियों को कठघरे में खड़ा किया है.
शराफत ने एलडीए के कर्मचारी से मिलीभगत की बात कबूली : राजधानी के प्रागनारायण रोड स्थित अवैध अलाया हेरिटेज अपार्टमेंट को ध्वस्त करने के पांच माह बाद 3 मई को एलडीए द्वारा याजदान बिल्डर के मालिक फहद याजदानी व शराफत अली समेत आठ लोगों के खिलाफ हजरतगंज थाने एफआइआर दर्ज कराई गई थी. बीते दिनों शराफत की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सामने आया है कि उसने और फहद याजदानी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से नजूल की जमीन पर कब्जा किया, उसका फर्जी पट्टा करवाया और उस पर अपार्टमेंट बनवा खरीद फरोख्त की थी. सूत्रों के मुताबिक शराफत ने पुलिस के सामने एलडीए के कई अधिकारियों और कर्मियों के नाम उगले हैं.