लखनऊ: रोडवेज बसों पर लिखा स्लोगन आपका अपना साथी यात्रियों को धोखा दे रहा है. इसके पीछे अफसरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. ऐसे ही रविवार को आलमबाग बस टर्मिनल से कानपुर के झकरकटी बस अड्डे जाने के लिए यात्री ने ऑनलाइन टिकट बुक कराया. 152 रुपये किराए का भुगतान भी कर दिया. बस 3:45 बजे मिलने का समय था. लेकिन, जब यात्री बस पकड़ने आलमबाग बस अड्डे पहुंचा, तो वहां बस का पता ही नहीं चला.
पूछताछ काउंटर पर भी बस के आने की कोई सूचना यात्री को नहीं मिल सकी. परेशान यात्री ने टि्वटर पर यूपीएसआरटीसी से शिकायत की. बावजूद यात्री को कोई राहत नहीं मिली. चित्रकूट क्षेत्र के महोबा डिपो की साधारण बस आलमबाग होकर कानपुर जाती हैं. इस बस से यात्री ने ऑनलाइन सीट बुक कराया. बुकिंग आईडी नंबर 000000033EB8 मिला. बावजूद यात्री बस के सफर से कोसो दूर रहा.
अफसर बोले, पता नहीं बस क्यों नहीं मिली:आलमबाग बस टर्मिनल के एआरएम दिनेश पांडेय ने बताया कि पता नहीं बस क्यों नहीं मिली. हो सकता है बस आलमबाग डिपो की नहीं रही होगी. जिस डिपो की बस है उस डिपो के अधिकारी से बात कर लिजिए. हालांकि, उन्होंने महोबा डिपो के एआरएम से बात की तो बताया कि बस नहीं मिल रही है तो यात्री से कह दीजिए कि महोबा डिपो की दूसरी बस से आ जाए. अफसरों के इस दोहरे रवैये से आम यात्री आए दिन बसों के समय से नहीं मिलने से परेशान हो रहे हैं. जिसका समाधान रोडवेज अफसर आज तक नहीं कर सके.