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AKTU: बी.टेक, एमबीए, बीसीए और बीबीए के छात्रों के लिए रोजगार पाने का अवसर

प्लेसमेंट की किल्लत से जूझ रहे एकेटीयू के छात्रों के लिए एक कंपनी ने प्लेसमेंट की सुविधा दी है. कंपनी संस्थान के छात्र-छात्राओं को अपने यहां काम करने का मौका देगी.

AKTU: बी.टेक, एमबीए, बीसीए और बीबीए के छात्रों के लिए रोजगार पाने का अवसर
AKTU: बी.टेक, एमबीए, बीसीए और बीबीए के छात्रों के लिए रोजगार पाने का अवसर

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Published : Apr 29, 2021, 1:23 AM IST

लखनऊ : डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के छात्रों के लिए अच्छी खबर है. एक निजी कंपनी ने विश्वविद्यालय के छात्रों को रोजगार पाने का अवसर दिया है. इसके लिए इच्छुक छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. यहां बीसीए, बीबीए, एमबीए और बी.टेक के छात्र आवेदन कर सकते हैं. बैच 2020 और 2021 के छात्र-छात्राओं को मौका मिलेगा. erp.aktu.ac.in पर आवेदन किया जा सकता है.

इन पदों पर मिलेगा काम करने का मौका

यहां छात्र-छात्राओं को बिलिंग एनालिस्ट, एक्जीक्यूटिव प्रक्योरमेंट और सर्विस डेस्क, इंजीनियर के पद पर काम करने का मौका मिलेगा. 2.5 से 3.5 लाख रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से भुगतान होगा. वर्क फ्रॉम होम का विकल्प मिलेगा. आवेदन 29 अप्रैल तक किए जा सकते हैं. एक मई से कैंपस प्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू होगी.

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एकेटीयू में प्लेसमेंट की तस्वीर अच्छी नहीं

एकेटीयू प्रशासन के लाख दावों के बावजूद यहां प्लेसमेंट की तस्वीर अच्छी नहीं है. पिछले सालों में हुए प्लेसमेंट के आंकड़े यही कहानी बयां कर रहे हैं. डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में हर साल करीब 70 से 80 हजार विद्यार्थी बी.टेक, बी.फार्मा समेत अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिला ले रहे हैं लेकिन विश्वविद्यालय में कराए जाने वाले प्लेसमेंट का आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है.

एक लाख डिग्री बांटी, मौके सिर्फ 5600 को

एकेटीयू ने नवंबर 2018 में यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इंटरफेस सेल की शुरुआत की. इस सेल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दो साल में 158 से ज्यादा कंपनियों ने कैंपस प्लेसमेंट के नाम पर 25 हजार से ज्यादा अवसर दिए. विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार 5600 से ज्यादा को मौका मिला.

वहीं, इस दो साल के अंदर विश्वविद्यालय में करीब 1.30 लाख छात्र-छात्राओं ने दाखिले लिए हैं. एक लाख से ज्यादा को डिग्री बांटी गई हैं. इस पूरे प्रकरण पर कुलपति प्रो. विनीत कंसल का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया गया. लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिल पाया.

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